ईको टूरिज्म से जुड़ेंगे वन मंडल के विश्राम गृह
संवाद सहयोगी जोगेंद्रनगर वन मंडल जोगेंद्रनगर ने विश्राम गृहों को ईको टूरिज्म में विकसित क
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : वन मंडल जोगेंद्रनगर ने विश्राम गृहों को ईको टूरिज्म में विकसित करने की पहल की है। इसके लिए सभी 14 विश्राम गृहों को ईको टूरिज्म के साथ जोड़ने का मसौदा तैयार कर लिया है। यहां पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कैंपिग और टैंट की सुविधा मिलेगी।
शहर की आरंभ सीमा ढेलू में 40 लाख रुपये से विश्राम गृह का निर्माण किया जा रहा है। वन विभाग की तमाम औपचारिकताएं पूरी होने के बाद दस लाख रुपये की पहली किस्त भी जारी हुई है।
वन मंडलाधिकारी जोगेंद्रनगर राकेश कटोच ने कहा कि मौजूदा समय में वन विभाग के विश्राम गृह में उन जगहों पर स्थापित हैं जहां पर प्रकृति की अपार सुंदरता है। द्रंग हल्के की चौहार घाटी में फूलाधार और सिलबधानी में बने विश्राम गृहों को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित करने की योजना है। वहीं बरोट के टिकन्न के विश्राम गृह को भी नया स्वरूप दिलाया जाएगा। पर्यटकों को यहां पर आधुनिक सुविधाएं मिल पाएं, इसके लिए नया स्वरूप दिलाने के लिए वन विभाग की अनूठी पहल शुरू हुई है।
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ऑनलाइन होगी बुकिग
वन मंडलाधिकारी राकेश कटोच ने कहा कि विश्राम गृहों में जल्द ऑनलाइन बुकिग की व्यवस्था की जाएगी ताकि बिना भेदभाव से वन विभाग के विश्राम गृहों का लाभ पर्यटकों को मिल सके। विश्राम गृह की बुकिग के दौरान चहेतों को लाभ दिलाने की कई शिकायतें पहुंच रही हैं।