निरीक्षण टीमों की 15 स्कूलों में दबिश, रिकॉर्ड खंगाला
विभाग का निजी स्कूलों के निरीक्षण का अभियान लगातार जारी है। बुधवार को भी विभागीय निरीक्षण टीमों ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में निजी स्कूलों में दबिश दी। इस दौरान जहां स्कूलों में ली जा रही फीस का रिकार्ड खंगाला वहीं स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर का भी जायजा लिया। निरीक्षण के बाद पूरी रिपोर्ट तैयार कर ली है। यह रिपोर्ट शिक्षा
संवाद सहयोगी, मंडी : शिक्षा विभाग का निजी स्कूलों के निरीक्षण का अभियान लगातार जारी है। बुधवार को भी विभागीय निरीक्षण टीमों ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में करीब 15 निजी स्कूलों में दबिश दी। इस दौरान जहां स्कूलों में ली जा रही फीस का रिकार्ड खंगाला, वहीं स्कूलों के आधारभूत ढांचे व सुविधाओं का भी जायजा लिया। निरीक्षण के बाद इन स्कूलों रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय को भेजी जाएगी। इसके बाद निदेशालय के निर्देशानुसार आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बुधवार को विभाग की एक निरीक्षण टीम ने शिक्षा उच्च उपनिदेशक अशोक शर्मा की अगुवाई में बल्ह क्षेत्र के निजी स्कूलों का निरीक्षण किया। कुछ स्कूलों द्वारा तय मानकों से ज्यादा फीस वसूलने पर संबंधित स्कूल संचालकों से जवाब तलब किया गया। टीम ने उन्हें मापदंड के अनुरूप ही फीस लेने की हिदायत दी। इसके साथ विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक ढांचा उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए। निरीक्षण टीम ने स्कूलों के दस्तावेजों की गहनता से छानबीन कर कुछ का रिकॉर्ड कब्जे में लिया। उन्हें जल्द तय मापदंड पूरे करने को कहा है। अन्य निरीक्षण टीमों ने भी अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर स्कूलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण टीमों की दबिश से निजी स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया है। निजी स्कूलों की मनमानी पर अंकुश लगाने के मद्देनजर शिक्षा विभाग की ओर से गठित टीमें जिलेभर के स्कूलों का निरीक्षण कर रही हैं।
बीते शुक्रवार को विभाग ने 30 स्कूलों का निरीक्षण किया था। इसके बाद मंगलवार को स्कूल खुलते ही विभागीय टीमों ने फिर से मोर्चा संभाला और करीब 25 स्कूलों का रिकॉर्ड खंगाला था। बुधवार को भी 15 से अधिक स्कूलों का निरीक्षण किया गया।
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स्कूलों में दाखिल फीस बार-बार न लेने तथा फीस मापदंड के अनुसार ही वसूलने की हिदायत दी है। जिला में निजी स्कूलों के निरीक्षण का अभियान जारी है। बुधवार को 15 से अधिक स्कूलों का निरीक्षण किया गया। स्कूल प्रबंधन से फीस की जानकारी ली व दस्तावेजों की जांच के साथ विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं का भी जायजा लिया। रिपोर्ट तैयार कर निदेशालय को भेजी जाएगी।
अशोक कुमार, उपनिदेशक उच्च शिक्षा मंडी।