प्रधानाचार्य व स्टाफ गैर हाजिर, नहीं दिया ई-मेल का जवाब
शिक्षा विभाग के लिए दूरदराज के स्कूलों का स्टाफ परेशानी बन गया है। सराज करसोग सुंदरन
शिक्षा विभाग के लिए दूरदराज के स्कूलों का स्टाफ परेशानी बन गया है। सराज, करसोग, सुंदरनगर के दूरदराज क्षेत्रों के स्कूलों में प्रधानाचार्य ही नहीं पहुंच रहे हैं। इसका पता उस समय चला जब ई-मेल या डाक का जवाब न आने पर उनसे संपर्क किया गया। लापरवाही बरतने पर चार प्रधानाचार्याें व शिक्षकों से जवाब मांगा गया है।
कोरोना के कारण स्कूलों में 50 प्रतिशत स्टाफ बुलाया जा रहा है। ऐसे में मंडी जिला के दूरदराज के स्कूलों में जब स्टाफ आने की पड़ताल की गई तो यह बात सामने आई कि कई स्कूलों में प्रधानाचार्य ही नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में शिक्षा उपनिदेशक कार्यालयों की ओर से मोबाइल के माध्यम से ही संपर्क किया गया। इस दौरान भी वह स्कूल में उपस्थित नहीं थे। लगभग आठ से 10 स्कूलों में ऐसी स्थित देखी गई। यहां पर कुछ शिक्षक नहीं थे। ऐसे में अब शिक्षा विभाग इस लापरवाही पर सख्त हो गया है। हालांकि ई-मेल का जवाब न देने बारे उन्होंने नेटवर्क की समस्या का हवाला दिया है। पहले निरीक्षण विंग की जांच में भी स्कूलों में स्टाफ कम पाया गया था।
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प्रधानाचार्यों की आदेश दिए गए हैं कि अगर वे स्कूल में नहीं है तो किसी शिक्षक की ड्यूटी लगाएं कि वे तय समय पर ई-मेल का जवाब दें। स्कूल में न होने की जानकारी भी विभाग को आनी चाहिए।
-सुरेंद्र पाल, शिक्षा उपनिदेशक मंडी।