सांसद जी, एंबुलेंस को जंग का रही
वर्ष 1940 के ऐतिहासिक नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर में संसाधनों की कटौती से व्यवस्थाओं को संचालित करना अस्पताल प्रबंधन के बड़ी चुनौती बन गया है।। अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों और मेडिकल स्टॉफ की कमियों का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। इसके उचित समाधान के लिए लगातार प्रशासन और शासन को अवगत करवाने के बाद भी विभागीय लापरवाही मरीजों के लिए जान जोखिम पैदा कर रही है। अस्पताल के ब्लड बैंक अल्ट्रासाउंड और ईसीजी की महंगी मशीनें बं
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर में संसाधनों की कटौती से व्यवस्थाओं को संचालित करना अस्पताल प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों और मेडिकल स्टॉफ की कर्मियों का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। इसके उचित समाधान के लिए लगातार प्रशासन और शासन को अवगत करवाने के बाद भी विभागीय लापरवाही मरीजों के लिए आफत बन रही है। अस्पताल के ब्लड बैंक, अल्ट्रासाउंड और ईसीजी की महंगी मशीनें बंद कमरे में धूल फांक रही है। एंबुलेंस भी बिना चालक के अस्पताल के बाहर जंग खा रही है। मरीजों को जरूरत पड़ने पर निजी वाहनों को सहारा लेना पड़ रहा है। मरीजों की सुविधा के लिए मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद राम स्वरूप शर्मा ने लाखों रुपये की एंबुलेंस उपलब्ध गई है। छह माह से अस्पताल की मुख्य पार्किंग स्थल में जंग खा रही है।
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चिकित्सकों समेत स्टाफ के कई पद रिक्त
उपमंडलीय अस्पताल में स्वीकृत कुल 19 पदों में से आठ चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। इनमें हड्डी विशेषज्ञ, मेडिसिन व सर्जरी विशेषज्ञ का अभाव है। अस्पताल में ओटीए, मेल हेल्थ वर्कर के दो, कंप्यूटर डाटा ऑपरेटर और लिपिक के पद सहित कार्यालय अधीक्षक का पद भी खाली चल रहा है। चतुर्थ श्रेणी तथा सफाई कर्मचारियों के पद खाली होने से अस्पताल का संचालन भी प्रभावित हो रहा है।
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नागरिक अस्पताल में रिक्त चल रहे पदों की लिखित जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को सौंपी दी गई है। एंबुलेंस के चालक न होने के कारण उसे इस्तेमाल नहीं किया जा रहा। विभाग के द्वारा रिक्त पदों की जल्द पूर्ति का आश्वासन मिला है।
-रोशन लाल कोंडल, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर।