डंपिग साइट के खिलाफ डडौर व स्याहेलीवासियों ने खोला र्माचा
नगर परिषद नेरचौक द्वारा वार्ड नंबर 10 11 और दो में प्रस्तावित डंपिग साइट के विरोध में लोग खड़े हो गए हैं। लोगों ने इन वार्डों में डपिग साइट बनाने पर कड़ा आंदोलन करने की बात कही है। बुधवार को पार्षदों ने उपायुक्त मंडी से मिलकर अपना विरोध दर्ज करवाया है। उन्होंने साइट को अन्य जगह स्थानांतरित करने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, मंडी : नगर परिषद नेरचौक के वार्ड 10, 11, और दो में प्रस्तावित डंपिग साइट के खिलाफ लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। लोगों ने इन वार्डों में डपिग साइट बनाने पर कड़ा आंदोलन करने की बात कही है। बुधवार को पार्षदों ने उपायुक्त मंडी से मिलकर अपना विरोध दर्ज करवाया है। उन्होंने साइट को अन्य जगह स्थानांतरित करने की मांग की है। उनका कहना हे कि फ्लड एरिया घोषित क्षेत्र में ही डंपिग साइट बनाई जा रही है साथ ही इससे सुकेती नदी भी दूषित होगी। यही नहीं लोगों ने आत्मदाह तक करने की चेतावनी दी है।
बुधवार को उपायुक्त से मिलने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में शामिल पार्षद सुमन चौधरी, आलम राम सहित राम किशन, युवक मंडल के प्रधान सचिन चौधरी, भीखम सैनी ने डीसी को बताया कि जो जगह डंपिग साइट के लिए चयनित की गई है, उसके आसपास ग्रामीण क्षेत्र है और सुकेती नदी बहती है। इसके साथ राधास्वामी सत्संग भवन, श्मशानघाट तथा आइपीएच विभाग का पंप हाउस भी है। यही नहीं यह डंपिग साइट खड्ड के किनारे और यह फ्लड एरिया बनाया गया है। ऐसे में यहां पर इसे बनाया जाता है तो यह बरसात में पानी में बह सकता है। ग्रामीण भी इसके विरोध में हैं तथा वे गांव में गंदगी नहीं फैलने देंगे। एनजीटी के निर्देशों के अनुसार भी डंपिग साइट नदी किनारे नहीं बनाई जा सकती है।
पार्षदों ने कहा कि हालांकि अधिक संख्या में लोग यहां आने चाहता थे लेकिन कोरोना वायरस के चलते उनको आने से रोका गया है। उन्होंने उपायुक्त से आग्रह किया कि डपिग साइट को नहीं बदला गया तो लोग सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
वहीं, उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने पार्षदों से कहा कि वह नई जगह तलाश करके प्रशासन को बताए। साथ ही आस पास की सभी पंचायतों के प्रधान भी बैठक कर इस मुद्दे पर चर्चा कर