देश में बनेंगे इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के नैनौ व माइक्रो चिप
इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के नैनो व माइक्रो चिप तैयार होंगे। आइआइटी, मंडी में रिसर्च के साथ-साथ ऐसे उपकरणों के डिजाइन भी तैयार किए जाएंगे।
मंडी, काकू चौहान। कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के लिए अब हमें अमेरिका, जर्मनी, चीन या जापान जैसे देशों की तरफ नहीं देखना पड़ेगा। भारत में ही इन इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के नैनो व माइक्रो चिप तैयार होंगे। आइआइटी, मंडी(हिमाचल प्रदेश) में रिसर्च के साथ-साथ ऐसे उपकरणों के डिजाइन भी तैयार किए जाएंगे। वहीं, भविष्य में विदेश में भी इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों को निर्यात किया जा सकेगा।
भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों का बहुत बड़ा बाजार है, लेकिन उत्पादन केवल 10 फीसद ही होता है। 90 फीसद इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों का आयात अमेरिका, जर्मनी, यूरोप या चीन से होता है। संबंधित देशों से इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के आयात के लिए जहां लंबा इंतजार करना पड़ता है, वहीं कई तरह की शर्तो को मानना पड़ता है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्वदेशी उपकरण तैयार करने के लिए आइआइटी मंडी को मेक इन इंडिया के तहत प्रोजेक्ट सौंपा है। यहां पर सेंटर फॉर डिजाइन एंड फेब्रिकेशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसेस भी स्थापित हो गया है। भारत में अपनी तरह का यह पहला केंद्र है।
यहां पर स्वदेशी नैनो व माइक्रो चिप तैयार करने पर काम शुरू हो गया है। इससे पहले सिर्फ अमेरिका में ही इस पर कार्य किया जाता रहा है। चीन में भी इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल नहीं होता था। यहां तक कि एशिया के किसी देश में पास नैनो व माइक्रो चिप तैयार करने की अत्याधुनिक तकनीक उपलब्ध नहीं है। एशिया में भारत पहला देश है जो इस पर काम शुरू कर रहा है।
'आइआइटी मंडी में सेंटर फॉर डिजाइन एंड फेब्रिकेशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसेस भी स्थापित होने के बाद नैनौ व माइक्रो चिप बनाने का काम शुरू हो गया है। इससे इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के लिए अब दूसरे देशों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। भारत में ही लोगों की इलेक्ट्रॉनिक्स की मांग को पूरा किया जा सकेगा।'
-सतेंद्र कुमार शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर, आइआइटी मंडी।