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12 साल में नहीं बना भावानगर बस अड्डा

मंडी संसदीय क्षेत्र के किन्नौर जिले के निचार उपमंडल के भावानगर में 12 वर्ष बीत जाने के बाद भी बस अड्डे का काम पूरा नहीं हो पाया है। इससे लोगों को आवाजाही करने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मई 2007 में कांग्रेस शासनकाल के दौरान बस अड्

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 May 2019 07:33 AM (IST)Updated: Fri, 03 May 2019 07:33 AM (IST)
12 साल में नहीं बना भावानगर बस अड्डा

समर नेगी, रिकांगपिओ

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मंडी संसदीय क्षेत्र के किन्नौर जिले के निचार उपमंडल के भावानगर में 12 साल बाद भी बस अड्डे का काम पूरा नहीं हो पाया है। इससे लोगों को आवाजाही करने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मई 2007 में कांग्रेस शासनकाल के दौरान बस अड्डे का शिलान्यास किया गया था। भवन निर्माण का कार्य लोक निर्माण विभाग ने एक ठेकेदार को आवंटित किया था। उस समय इस भवन निर्माण का बजट अनुमान 65 लाख था। लोक निर्माण विभाग द्वारा कागजी कार्रवाई व समय पर औपचारिकता पूरी न होने के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई। तत्पश्चात ठेकेदार द्वारा भी निर्माण कार्य में देरी बरती गई। इस कारण निर्माण कार्य 7-8 साल तक अधर में लटका रहा। विभाग का कहना है कि ठेकेदार को समय पर बार-बार निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए कहा परंतु ठेकेदार की लेटलतीफी के चलते निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया। तत्पश्चात मजबूर होकर विभाग द्वारा ठेकेदार का टेंडर रद किया गया तथा फिर से अगस्त 2016 को दूसरी बार अवार्ड लगाया गया तथा भवन निर्माण के कार्य को देखते हुए एस्टिमेट को बढ़ाकर 1 करोड़ 80 लाख किया गया। बस अड्डे के कार्य में फेरबदल करते हुए फिर से एक बार एस्टिमेट बढ़ाकर 2 करोड़ 72 लाख 20 हजार 736 रुपये किया गया। इस बार भवन निर्माण का कार्य नए ठेकेदार को दिया गया व उस निर्माण कार्य को एक वर्ष की समय अवधि में भवन निर्माण कार्य पूरा करने के लिए कहा गया परंतु समय अवधि पूर्ण होने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है। निर्माण कार्य में विभाग द्वारा अभी तक 42 लाख रुपये खर्च किए गए जबकि बस अड्डे का निर्माण कार्य भी न के बराबर हुआ है जबकि अभी तक केवल शटरिग व सरिया ही बिछाया गया है।

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लेटलतीफी से हो रही असुविधा

निर्माण कार्य की लेटलतीफी के चलते इस क्षेत्र के हजारों लोगों को यातायात करने में भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है न तो बस का ठहराव की समयसारिणी मालूम होती है और न बसों के रूटों का। जिस कारण लोगों को तपती धूप और बेमौसम बारिश, तूफान के चलते घंटों बस का इंतजार करना पड़ता है तथा अपने गंतव्य तक पहुंचने में देर सवेर हो जाती है। जिस कारण स्थानीय जनता विभाग और ठेकेदार और सरकार को कोसने लगे है व निचार तहसील की 70 प्रतिशत जनता विभाग की लेट लतीफी से परेशान है। बस अड्डे का निर्माण कार्य पूर्ण ना होने से भावानगर मुख्य बाजार के साथ लगता राष्ट्रीय राजमार्ग-5 को भी भारी क्षति पहुंची है। यदि समय रहते जल्द से जल्द यह निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया गया तो आने वाले समय में राष्ट्रीय राजमार्ग बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है।

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इस निर्माण कार्य के पूर्ण न होने से चौरा से लेकर रामनी तक सभी लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है व भावानगर मे शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रो को यातायात करने में भारी असुविधा हो है।

-वीरेंद्र कुमार, काचे निवासी।

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भवन निर्माण का कार्य को एक ठेकेदार से दूसरे ठेकेदार को दिया जा रहा है। इसके बावजूद कार्य पूरा नहीं हुआ है। जिस कारण अस्पताल एवं स्कूल जा रहे बच्चों व लोगों को भी भारी परेशानी हो रही है। इस कार्य में विभाग और सरकार कार्य को अनदेखा कर रही है।

-पद्मपुर नेगी, प्रधान व्यापार मंडल, भावानगर।

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बस अड्डे के भवन कार्य लटकने से राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह धंसने वाली है। यदि बस अड्डे की दीवार समय पर नहीं लगाया तो यह सड़क मार्ग कभी भी अवरुद्ध हो सकता है।

-कुलदीप मेहता, सचिव व्यापार मंडल।

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यह मामला भावानगर में हुए जनमंच के दौरान सरकार के समक्ष उठाया गया था। इसके बावजूद अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है।

-अराधना, ग्राम पंचायत प्रधान, सुंगरा।

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भावानगर बड़ा कस्बा बनता जा रहा है। यहां पार्किंग की भी भारी असुविधा है तथा इस भवन निर्माण के कार्य के लंबित होने से क्षेत्र के हजारों लोगों को परेशानी हो रही है।

-राजपाल, उप प्रधान निचार।

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इस निर्माण कार्य में ठेकेदार व विभाग की मिलीभगत व पैसे को लेकर इनके बीच लड़ाई के चलते बस अड्डे का कार्य अधर में पड़ा है।

-शिव कुमार

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बीएंडआर विंग ने नए बस अड्डे भवन निर्माण के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग की दीवार को गिराया गया था। उस दीवार को फिर से बनाने के लिए विभाग की तरफ से पत्र द्वारा बार-बार अवगत करवाया गया है लेकिन उनकी तरफ से कोई उत्तर नहीं आया।

-ज्ञान ठाकुर, सहायक अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग-5

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ठेकेदार को अभी तक 18/19 बार-बार पत्र भेजकर रिमाइंड करवाया गया है। अभी तक केवल शटरिग व सरिया ही बिछाया गया है। ठेकेदार को रेता, बजरी भी उपलब्ध करवाया गया है। उसने जल्द स्लैब डालने की बात कही है।

-आरएल चौहान, अधिशाषी अभियंता, पीडब्ल्यूडी भावानगर।

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पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही व नाकामयाबी के चलते अभी तक बस अड्डे का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि नवनिर्माण कार्य को गति देने के लिए 2017 में फिर से भवन निर्माण का दोबारा से टेंडर लगवाया गया था। यदि विभाग के बार बार नोटिस देने के बाद भी ठेकेदार काम नहीं कर रहा है तो विभाग को नोटिस देने के बजाय ठेकेदार के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए।

-जगत सिंह नेगी, किन्नौर विधायक।

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ठेकेदार की नाकामी की वजह से निचार ब्लॉक के हजारों लोगों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। बस अड्डे का कार्य लटके रहने से भावानगर की सुंदरता भी खराब हो गई है। विभाग और ठेकेदार को इस बारे में अवगत करवाया गया है यदि बस अड्डे का निर्माण कार्य जल्द पूरा नहीं किया गया तो आने वाले समय में ठेकेदार व विभाग के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-सूरत नेगी, प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष।


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