रामस्वरूप ने पूछा, क्या प्रदेश में औषधि सर्वेक्षण हुआ
प्रदेश आयुर्वेद जड़ी-बूटियों का हब है। इनका संरक्षण व पहचान कर
जागरण संवाददाता, मंडी : प्रदेश आयुर्वेद जड़ी-बूटियों का हब है। इनका संरक्षण व पहचान कर आम लोगों को लाभ दिया जा सकता है। लोकसभा सत्र के दौरान मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा ने केंद्रीय आयुष राज्यमंत्री श्रीपाद येशोनायक से हिमाचल की जड़ी-बूटियों के संबंध में प्रश्न किया। उन्होंने केंद्रीय आयुष मंत्री से पूछा कि क्या केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश में कोई सर्वेक्षण करवाया है, ताकि राज्य में औषधीय पौधों की उपलब्धता का पता लगाया जा सके। प्रदेश में दुर्लभ आयुर्वेद जड़ी-बूटियां हैं तथा केंद्र सरकार को इनका पता लगाने के लिए विशेष योजना तैयार करनी चाहिए। उत्तर में केंद्रीय आयुष मंत्री ने कहा कि भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अधीन एक संगठन है जो देश में पादप, विविधा का सर्वेक्षण करने, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय, राज्य एवं जिला स्तर पर इस संबंध में जानकारी इकट्ठा करता है। देश में करीब आठ हजार से ज्यादा औषधीय पौधों की प्रजातियां हैं, जबकि पश्चिम हिमालय क्षेत्र जो हिमाचल भू-भाग में पड़ता है, में लगभग 1500 प्रजातियां औषधीय पौधों की हैं। प्रदेश के आयुर्वेद विभाग ने भारतीय चिकित्सा पद्धति अनुसंधान संस्थान जोगेंद्रनगर जिला मंडी के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न ऊंचाई वाले कृषि जलवायु क्षेत्रों में औषधीय पौधों का सर्वेक्षण करके माल सूची तैयार की है।