गेम खेल रहे बच्चे के हाथ में फटा मोबाइल फोन
करसोग उपमंडल के पांगणा में लगातार एक घंटे तक मोबाइल खेल रहे बच्चे के हाथ में मोबाइल फट गया। इस कारण बच्चे के हाथ जले हैं लेकिन मोबाइल बैटरी में हीट के कारण निकलने कैमिकल से उसकी आंखें झुलस गई है। हादसा देर शाम मंगलवार को हुआ।
सहयोगी, करसोग : एक घंटे तक लगातार गेम खेलने से मोबाइल फोन बच्चे के हाथ में ही फट गया। इससे उसके हाथ व आंखें झुलस गई हैं। मामला मंडी जिले के करसोग उपमंडल की पांगणा पंचायत का है। हादसा मंगलवार देर सायं हुआ।
आठ वर्षीय यमन कुमार पुत्र जियालाल घर में मोबाइल फोन पर गेम खेल रहा था। परिवार के अन्य सदस्य घर के बाहर थे। अचानक उन्हें धमाका सुनाई दिया और बच्चे ने चिल्लाना शुरू कर दिया। वे घर के अंदर पहुंचे तो बच्चे के हाथ में मोबाइल फोन फट गया था। बैटरी में मौजूद एसिड उसकी दोनों आंखों में चला गया था और हाथ भी झुलस गए थे। स्वजन उसे तुरंत करसोग अस्पताल ले गए। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद आइजीएमसी शिमला रेफर कर दिया।
आइजीएमसी के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. रामलाल ने बताया कि बच्चे की आंखों का विजन ठीक है। आंखों के आसपास जख्म हैं, लेकिन उन्हें ठीक कर लिया जाएगा। करसोग थाना प्रभारी रंजन शर्मा ने बताया कि आइजीएमसी में बच्चे का उपचार चल रहा है। मोबाइल फोन की बैटरी फटने से हाथों व आंखों में चोट आई है।
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ये बरतें सावधानी
-बच्चे के हाथ में ज्यादा देर तक मोबाइल फोन न दें। अगर वह इसे ज्यादा देखता है तो मोबाइल फोन को चेक करें।
-अगर मोबाइल फोन की बैटरी बदली गई है तो चार्ज करती बार इसका इस्तेमाल न करें।
-गाड़ी के डैश बोर्ड पर भी मोबाइल फोन को न रखें, वहां यह सबसे तेजी से मोबाइल गर्म होता है।
-मोबाइल फोन की बैटरी प्लास्टिक कवर होती है। कोशिश करें यह कभी जमीन पर न गिरे।
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बच्चे के पास ज्यादा देर तक मोबाइल फोन न दें। इससे उसकी आंखें सुरक्षित रहेंगी। चार्ज करती बार मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें। मोबाइल फोन को इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें कि कहीं ये ज्यादा गर्म तो नहीं हो रहा है। अगर मोबाइल फोन ज्यादा गर्म होता है तो इसकी जांच करवाएं।
-डॉ. रामलाल, नेत्र रोग विशेषज्ञ आइजीएमसी शिमला।