कोटरोपी में मिट्टी की खोदाई ला सकती है तबाही
कोटरोपी हादसे को लेकर प्रशासन अब भी लापरवाह नजर आ रहा है। यहां एनएच
आशीष भोज, पद्धर
कोटरोपी हादसे को लेकर प्रशासन अब भी लापरवाह नजर आ रहा है। यहां एनएच से ऊपर लोक निर्माण विभाग की ओर से जेसीबी से क¨टग कर बिछाई जा रही मिट्टी का रेला फिर हादसे को न्योता दे सकता है। ग्रामीणों के विरोध के बावजूद न तो प्रशासन और न ही लोक निर्माण विभाग संजीदा दिख रहा है। उधर, घटनास्थल पर लगभग तीन सौ मीटर से अधिक एनएच के भूभाग पर प्री मानसून की बारिश से गड्ढे पड़े हैं। इस तरफ प्रशासन और लोक निर्माण विभाग का कोई ध्यान नहीं है। गड्ढों से जहां दोपहिया वाहन चालकों के साथ अप्रिय घटना होने का अंदेशा बना हुआ है, वहीं बड़े वाहनों के कलपुर्जों का भी कोई नुकसान हो रहा है।
पूर्व उपप्रधान टेक ¨सह, ग्रामीण रावण ¨सह, हरीश कुमार, ¨मटू राम, भाटकु राम, भूप ¨सह, हितेंद्र ¨सह, अनन्त राम, गोपाल ¨सह और रमेश कुमार सहित अन्य का कहना है कि ग्रामीण सड़क की दशा को सुधारने के साथ-साथ एनएच के नीचे सर्च ऑपरेशन के दौरान खोदे गए भूभाग को समतल करने की मांग कई बार कर चुके हैं। लेकिन लोक निर्माण विभाग ने तीन ठेकेदारों की जेसीबी से एनएच के ऊपर पहाड़ी से मिट्टी खोदकर मलबे से बनी तलाई को भरने में लगाई है। यह सरकारी धन का दुरुपयोग करने के सिवाय कुछ नहीं है।
भारी बरसात में यही दलदल मिट्टी का रेला पंदलाही गांव तक कहर बरपा सकता है। मलबे में लाल व काली और भूरे रंग की मिट्टी शामिल है, जो जरा सी बरसात में दलदल हो जाती है। त्रासदी के दौरान इसी मिट्टी ने खासा कहर बरपाया था। लोक निर्माण विभाग एनएच अथॉरिटी की माने तो एनएच अब एनएचएआइ के अधीन चला गया है। सड़क की मरम्मत को लेकर एनएच के पास कोई बजट प्रावधान नहीं है। मात्र डिपॉजिट वर्क का कार्य एनएच अथॉरिटी कर सकती है।
कोटरोपी घटनास्थल पर रेस्टोरेशन वर्क के साथ-साथ बरसात में एनएच को 24 घंटे बहाल रखने को लेकर एनएच अथॉरिटी ने एस्टीमेट तैयार कर अप्रूवल के लिए जिला प्रशासन को भेजा था, जिसे रद कर जिला प्रशासन ने डिपॉजिट लोक निर्माण विभाग बीएंडआर को दे दिया।
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एनएच से नीचे सर्च ऑपरेशन के दौरान मलबे में दबे शवों को खंगालने के लिए की गई खोदाई से पड़े गड्ढों को भरने के आदेश लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं। नेशनल हाईवे के अधिकारियों की ओर से मना करने पर रेस्टोरेशन का कार्य बीएंडआर को सौंपा गया है।
-डॉ. आशीष शर्मा, एसडीएम पद्धर।
------ एनएच अथॉरिटी डिपॉजिट वर्क पर कार्य कर सकती है। रेस्टोरेशन वर्क के साथ बरसात में एनएच को 24 घंटे बहाल रखने के लिए एस्टीमेट तैयार कर अप्रूवल के लिए प्रशासन को भेजा गया था, लेकिन प्रशासन ने एनएच अथॉरिटी को नजरअंदाज कर डिपॉजिट बीएंडआर को दिया। गड्ढों को विभागीय मजदूर लगा कर भरा जाएगा।
-सुमन सूद, एसडीओ, एनएच, सब डिवीजन गुम्मा।