मिड-डे मील वर्कर्स मंडी में 24 घंटे के धरने पर बैठे
संवाद सहयोगी, मंडी : सीटू से संबंधित मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन की ओर से मांगों के समर्थन मे
संवाद सहयोगी, मंडी : सीटू से संबंधित मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन की ओर से मांगों के समर्थन में मंडी शहर में प्रदर्शन कर उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। इसके बाद उपायुक्त कार्यालय के बाहर 24 घंटे के धरने पर बैठ गए।
प्रदर्शन का नेतृत्व सीटू के जिला प्रधान भूपेंद्र ¨सह, महासचिव राजेश शर्मा, मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन के जिला प्रधान रमेश कुमार ने किया।
मुख्यमंत्री को भेजे मांगपत्र में सरकार से मांग की गई है कि मिड-डे मील वर्कर्स को सरकार की ओर से निर्धारित न्यूनतम छह हजार रुपये वेतन दिया जाए। वर्तमान में सरकार केवल 1500 रुपये ही मानदेय दे रही है। इसके अलावा 12 माह का वेतन दिया जाए। वर्तमान में 10 माह का वेतन दिया जाता है।
सीटू जिला प्रधान भूपेंद्र ¨सह ने कहा दोपहर भोजन योजना को चले हुए 14 वर्ष हो चुके हैं लेकिन सरकार ने इन वर्कर्स को अभी तक रेगुलर करने की कोई नीति नहीं बनाई है। अब तक बच्चों की संख्या 25 से कम होने पर उनकी छंटनी की जा रही है। सरकार इन मजदूरों को किसी प्रकार की छुट्टी नहीं देती और यदि कोई कार्यकर्ता बीमार हो जाए तो उसे अपने बदले में घर से किसी दूसरे व्यक्ति को खाना बनाने के लिए भेजना पड़ता है। यूनियन की मांग है कि हर स्कूल में दो-दो कार्यकर्ता नियुक्त कर छंटनी पर तुरंत रोक लगाई जाए।
मिड-डे मील वर्कर्स को राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन के प्रस्ताव के अनुसार सरकारी कर्मचारी बनाया जाए। पेंशन, प्रसूता अवकाश, सेवानिवृत्ति लाभ, बीमा और वर्दी का प्रावधान किया जाए। यूनियन के प्रधान रमेश कुमार ने कहा यह धरना 24 घंटे का होगा और सभी कार्यकर्ता 28 जुलाई तक यहीं धरना देंगे।
इसके अलावा केंद्र सरकार से इस योजना के लिए बजट बढ़ाने और वर्कर्स को मजदूर घोषित करने की मांग को लेकर पांच सितंबर को दिल्ली में प्रदर्शन व रैली की जाएगी। इस मौके पर यूनियन की सचिव संतोष कुमारी, चमन लाल, सत्यादेवी, ¨चत राम, दया राम, रीना देवी, कश्मीरी देवी, निरंजना देवी, पवना देवी भी मौजूद रहीं।