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ईसीएच में नहीं व्यवस्था, सड़क पर धक्के खा रहे पूर्व सैनिक

सरकाघाट ईसीएच का हाल बेहाल है। यहां पर इलाज करवाने आए वयोवृद्ध पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को को घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है। ना तो पीने का पानी की व्यवस्था है और न ही बैठने की। सड़क पर बैठकर ही इनको अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है और इस कारण शारीरिक दूरी के नियमों की भी धज्जियां उड़ रही हैं। बुधवार को अधिक भीड़ को देखते हुए प्रबंधन को पुलिस बुलानी

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 07:27 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 07:27 PM (IST)
ईसीएच में नहीं व्यवस्था, सड़क पर धक्के खा रहे पूर्व सैनिक
ईसीएच में नहीं व्यवस्था, सड़क पर धक्के खा रहे पूर्व सैनिक

संवाद सहयोगी, सरकघाट : सरकाघाट ईसीएच का हाल बेहाल है। यहां पर इलाज करवाने आए वयोवृद्ध पूर्व सैनिकों और उनके स्वजनों को घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। यहां न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही बैठने की। सड़क पर बैठकर ही इनको अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है और इस कारण शारीरिक दूरी के नियमों की भी धज्जियां उड़ रही हैं। बुधवार को अधिक भीड़ को देखते हुए प्रबंधन को पुलिस बुलानी पड़ी। ईसीएच में सुबह ही अपने इलाज के लिए आने वाले इन बुजुर्गों को पहले इलाज के लिए इंतजार करना पड़ता है और उसके बाद कई बार जब इनकी बारी आती है तो कहा जाता है कि आज नंबर पूरे हो गए। मरीजों का आरोप था कि डॉक्टर का उनके प्रति व्यवहार भी ठीक नहीं है। अस्पताल में दांतों और मेडिसिन के अलावा कोई भी डॉक्टर नहीं है। अस्पताल में आए संतराम और दुर्गादास ने कहा कि वह सात किलोमीटर दूर से पैदल अस्पताल में पहुंचे हैं। बीना देवी निवासी रियूर, टेक चंद निवासी पपलोग, गन्नीदीन जमसाई ने कहा की वह लगातार दूसरे दिन यहां आए हैं। बावजूद इसके उनका नंबर नहीं लग पाया है। उधर, प्रभारी डॉक्टर आरएस दईया ने कहा कि पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों कंट्रोल करने को लेकर पुलिस बुलानी पड़ी।

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