भाजपा में कई तलबगार, कांग्रेस में अभी कोई नहीं तैयार
हंसराज सैनी मंडी हिमाचल के छह जिलों के 17 हलकों में फैले मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचु
हंसराज सैनी, मंडी
हिमाचल के छह जिलों के 17 हलकों में फैले मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में टिकट के तलबगारों की फेहरिस्त लंबी होने से भाजपा नेतृत्व की मुश्किल बढ़ गई है। हालांकि कांग्रेस से चुनाव लड़ने के लिए अभी किसी नेता ने हामी नहीं भरी है।
आम चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने भी चुनाव लड़ने के नाम पर चुप्पी साध रखी है। वह परिस्थितियों व कांग्रेस हाईकमान के फैसले का हवाला दे रहे हैं। करीब दो साल पहले आम चुनाव में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा के रामस्वरूप शर्मा ने चार लाख से अधिक मतों से शिकस्त दी थी। सांसद रामस्वरूप शर्मा के निधन से खाली हुई सीट को भरने के लिए उपचुनाव होना है। हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तिथि नहीं की है, लेकिन तैयारियां शुरू कर दी हैं। 10 जून से पहले उपचुनाव होने की उम्मीद है। दो मई को पांच राज्यों के चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव आयोग कभी भी उपचुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है।
मंडी संसदीय क्षेत्र के इतिहास पर नजर दौड़ाएं तो यहां अधिकतर आम चुनाव अप्रैल व मई में ही हुए हैं। 2013 में उपचुनाव भी मई में ही हुआ था। चुनाव आयोग को यहां 15 सितंबर से पहले उपचुनाव करवाना होगा। संसदीय क्षेत्र के भौगोलिक हालत को देखते बरसात या उसके बाद चुनाव करना संभव नहीं है। बरसात में भूस्खलन के कारण अधिकतर दुर्गम हलके कई दिन तक कटे रहते हैं।
भाजपा की तरफ से टिकट के प्रबल दावेदार बिग्रेडियर खुशाल ठाकुर माने जा रहे हैं। वह आम चुनाव में भाजपा के कवरिग उम्मीदवार भी रहे हैं। वह कारगिल युद्ध के हीरो रहे हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र में पूर्व सैनिकों व उनके स्वजनों के डेढ़ लाख से अधिक वोट हैं। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर का नाम भी चर्चा में है। भाजपा उन्हें मैदान में उतार सकती है। हालांकि उनका विधानसभा क्षेत्र मंडी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा नहीं है। महेंद्र सिंह ठाकुर का करसोग के चरखड़ी में मकान व बगीचा, मनाली में होटल है। जिले की कई हलकों में उनकी अच्छी पकड़ है। वह भी पूर्व सैनिक रहे हैं। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अजय राणा, मिल्क फेडरेशन के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा का नाम भी इंटरनेट मीडिया पर जोरशोर से चल रहा है। जिला परिषद मंडी के अध्यक्ष पाल वर्मा व विश्व हिदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष लेखराज राणा भी टिकट के दौड़ में हैं। पूर्व मंत्री ठाकुर गुलाब सिंह भी दावा जता चुके हैं।
--------------
15 दिन में पूरी होगी एम-3 ईवीएम की प्रथम स्तर की जांच
हरियाणा से मंगवाई गई एम-3 ईवीएम की प्रथम स्तर की जांच (एफएलसी) का कार्य पूरा करने में 15 दिन का समय लगेगा। उपचुनाव के लिए 3600 एम-3 ईवीएम चार दिन पहले मंडी, कुल्लू, चंबा व शिमला जिले में पहुंची हैं।
-------------
उपचुनाव लड़ने का फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है। पार्टी नेतृत्व जो फैसला करेगा वह मान्य होगा। बेहतर होगा किसी वरिष्ठ नेता को मैदान में उतारा जाए।
-आश्रय शर्मा, पूर्व प्रत्याशी कांग्रेस पार्टी।