लोगों की भीड़, अफसर नहीं गंभीर
जागरण संवाददाता मंडी कोरोना काल में जनता को जागरूक करने की सबसे अधिक आवश्यकता है
जागरण संवाददाता, मंडी : कोरोना काल में जनता को जागरूक करने की सबसे अधिक आवश्यकता है, जबकि प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। इससे जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। कोताही के चलते सदर, द्रंग, जोगेंद्रनगर, बल्ह, सरकाघाट, नाचन व सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र हॉट जोन बन गए हैं। जिले के 10 से सात हलकों को कोरोना वायरस ने जकड़ लिया है।
राजनीतिक दल लापरवाही करने में पीछे नहीं हैं। नेता कार्यक्रमों का आयोजन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। कोताही लोगों पर कितनी भारी पड़ रही है आंकड़े इसकी कहानी बयां कर रहे हैं। 23 मार्च से 20 अगस्त तक जिले में कोरोना संक्रमण के कुल 371 मामले आए थे। छह लोगों की मौत हुई थी। 345 सक्रिय मामले थे। 371 संक्रमितों में अधिकतर की ट्रैवल हिस्ट्री थी। इनमें कई लोग विदेश तो कई अन्य राज्यों से घर आए थे। 20 अगस्त से 20 सितंबर तक 1332 मामले हो गए हैं। एक माह में 961 नए मामले आए हैं। संक्रमितों की संख्या 821 व मरने वालों का आंकड़ा 16 तक पहुंच चुका है।
मेडिकल कॉलेज को एक होनहार प्रोफेसर खोना पड़ गया है। कॉलेज के कई डाक्टरों व स्टाफ को कोरोना हो चुका है। जिले भर में 20 डॉक्टर कोरोना से जूझ रहे हैं। इनमें अधिकतर विशेषज्ञ हैं। कई पूरे के पूरे परिवार संक्रमण की गिरफ्त में आ गए हैं। सरकारी व निजी बसों, सार्वजनिक स्थानों पर शारीरिक दूरी कहीं नजर नहीं आ रही है। दुकानों के आगे लोग मधुमक्खियों की तरह उमड़ रहे हैं, उन्हें न तो दुकानदार रोक रहे हैं, न ही पुलिस। शिक्षण संस्थानों के खुलने से स्थिति और नाजुक होने की उम्मीद जताई जा रही है।
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लोगों को जागरूक करने के लिए लोक संपर्क विभाग के वाहन शहरों व कस्बों में उदघोषणा कर रहे हैं, लेकिन लोग बाज नहीं आ रहे हैं। कोरोना महामारी के रोकथाम में लोगों को भी पहल करनी होगी।
-ऋग्वेद ठाकुर, उपायुक्त मंडी