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धर्मपुर की खड्डों में धड़ाधड़ हो रहा अवैध खनन

सक्रिय हो गया है। अवैज्ञानिक तरीके से चोरी छिपे खड्डों का सीना छलनी किया जा रहा है। रेत बजरी के धंधे में संलिप्त लोग पर्यावरण को नुक्सान पहुंचा कर चांदी कूट रहे हैं। विभाग खनन करने वालों पर शिकंजा कसने में नाकाम साबित हो रहा है। उपमंडल के अलावा कोटली, लागधार, कड़कोह, दुर्गापुर, रिवालसर, सरकाघाट और जोगेंद्रनगर क्षेत्र में रेत बजरी की मांग रहती है। रोजाना ट्रैक्टर व ट्रकों में भर कर रेत बजरी धर्मपुर क्षेत्र से बाहर पहुंचाई जा रही है। इस क्षेत्र की सोन खड्ड के अलावा जांदर, बल्याणा, नालड, अलैन हैं।जब प्रदेश में रिवर बेड खनन नीति लागू थी तो यहां की खड्डों में अवैध और

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 03:24 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 03:24 PM (IST)
धर्मपुर की खड्डों में धड़ाधड़ हो रहा अवैध खनन

संवाद सहयोगी, सरकाघाट : धर्मपुर क्षेत्र की खड्डों में खनन माफिया एक बार फिर सक्रिय हो गया है। अवैज्ञानिक तरीके से चोरी छिपे खड्डों का सीना छलनी किया जा रहा है। रेत-बजरी के धंधे में संलिप्त लोग पर्यावरण को नुकसान पहुंचा कर चांदी कूट रहे हैं। विभाग खनन करने वालों पर शिकंजा कसने में नाकाम साबित हो रहा है।

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उपमंडल के अलावा कोटली, लागधार, कड़कोह, दुर्गापुर, रिवालसर, सरकाघाट और जोगेंद्रनगर क्षेत्र में रेत बजरी की मांग रहती है। रोजाना ट्रैक्टर व ट्रकों में भरकर रेत-बजरी धर्मपुर क्षेत्र से बाहर पहुंचाई जा रही है। सोन खड्ड के अलावा जांदर, बल्याणा, नालड, अलैन हैं। जब प्रदेश में रिवर बेड खनन नीति लागू थी तो यहां की खड्डों में अवैध और अवैज्ञानिक खनन न के बराबर था। दो फीट से नीचे खोदाई प्रतिबंधित थी, लेकिन वर्तमान में सोन खड्ड, जांदर, बल्याणा और अलैन खड्डों में रात-दिन खनन किया जा रहा है। खनन पहले अंधेरे में होता था और अब दिनदहाड़े खनन माफिया रेत, बजरी खड्डों से उठा रहा है।

प्रदेश पर्यावरण समिति के अध्यक्ष हिम्मत राम शर्मा, महासचिव पवन प्रेमी, धर्मपुर विकास खंड प्रधान भागमल ठाकुर, गोपालपुर की ¨रकू चंदेल के साथ-साथ क्षेत्र के समाजसेवियों अमर ¨सह, नानक देव, भीखम राम, लेख राज, रमेल ¨सह, हीरा ¨सह, बालम राम, जय चंद गुलेरिया, कांशी राम और विपिन कुमार का कहना है कि चेकडैम व नर्सरी के 75 मीटर, नेशनल हाईवे के 150 मीटर और पुलों से 220 मीटर तथा 500 मीटर के दायरे में खनन की इजाजत नहीं दी जा सकती। हकीकत यह है कि सारा अवैध खनन पुलों, सड़कों और नर्सरियों के समीप हो रहा है। खड्डें तीन-तीन मीटर गहरी हो चुकी हैं। आसपास की बावड़ियां और जलस्त्रोत सूख चुके हैं।

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अवैध खनन करने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्ती से निपटेगा। पुलिस के सहयोग से नियमित छापामारी की जाएगी। लोक निर्माण, वन और ¨सचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी खनन शक्तियों का प्रयोग करने को कहा जाएगा।

-प्रदीप कुमार, एसडीएम धर्मपुर।


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