डरवाड़ में हल्दी पाउडर लघु उद्योग स्थापित करने की कवायद
धर्मपुर की डरवाड़ पंचायत में हल्दी पाउडर बनाने के लघु उद्योग स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
संवाद सहयोगी, सरकाघाट : धर्मपुर की डरवाड़ पंचायत में हल्दी पाउडर बनाने के लघु उद्योग स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस परियोजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी डेढ़ सौ महिलाओं को प्रशिक्षित करके हल्दी उत्पादन बढ़ाने व उसका पाउडर बनाकर उसकी मार्के¨टग के माध्यम से आजीविका कमाने का काम किया जाएगा। यह परियोजना मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति के माध्यम से और ग्रामीण विकास समिति डरवाड़ के सहयोग से क्रियान्वित की जा रही है। डरवाड़ पंचायत के सभी सात गांवों में 17 महिला स्वयं सहायता समूह गठित किए जा चुके हैं और उन्हें बैंकों से भी जोड़ा जा चुका है। इन स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 35 महिलाओं व दस किसान क्लबों के सदस्यों ने कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में 12 फरवरी को समिति की कार्यकारिणी के सदस्य व जिला पार्षद भूपेंद्र ¨सह, परियोजना के खंड प्रभारी नरेंद्र पठानिया पंचायत समन्वयक चंपा देवी के नेतृत्व में अध्ययन भ्रमण किया। इसमें हल्दी पाउडर बनाने के बारे में जानकारी हासिल की गई और उसके लिए प्रयोग होने वाली मशीनरी आदि की भी जानकारी प्राप्त की गई। आगामी मई-जून से शुरू होने वाले फसल सीजन में बड़े पैमाने पर बिजाई की जाएगी और हल्दी पाउडर बनाने का लघु उद्योग स्थापित किया जाएगा। कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में गृह विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. धारीवाल ने हल्दी पाउडर तथा अन्य उत्पाद बनाने की जानकारी लाभार्थियों को दी। डॉ. प्रदीप ने हल्दी की विभिन्न किस्मों की जानकारी दी।
मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति की कार्यकारणी सदस्य व जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र ¨सह ने बताया कि डरवाड़ पंचायत में बंदरों की समस्या के चलते किसानों ने काफी भूमि खाली छोड़ दी है। इसके विकल्प में हल्दी की फसल उगाने की तरफ किसानों को प्रेरित किया जा रहा है।