तीन वर्ष में पदोन्नत किए जाएं सेवादार
मंडी : शिक्षा विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने सेवानिवृत्ति की आयु स
संवाद सहयोगी, मंडी : शिक्षा विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने सेवानिवृत्ति की आयु सीमा 58 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष करने के सरकार के निर्णय का स्वागत किया है। साथ ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ ने सरकार से मांग की है कि 10-5-2001 की शर्त को जल्द हटाया जाए, पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए। शिक्षा विभाग में कार्यरत सेवादार व प्रयोगशाला परिचालक की पदोन्नति की अवधि पांच वर्ष से घटाकर तीन वर्ष की जाए, अपग्रेड किए गए स्कूल व कॉलेजों में सेवादारों के पद सृजित किए जाएं। संघ के राज्य अध्यक्ष भीम ¨सह ठाकुर ने बताया कि प्रदेश के कई स्कूलों में एक या दो ही सेवादार हैं। जबकि तीन से चार सेवादार होने चाहिए। इसके अलावा अवकाश वाले दिन रात्रि सेवाएं देने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मी को उसके बदले प्रतिपूरक अवकाश दिया जाए तथा रात को ड्यटी करने वाले कर्मचारी से रात्रि सेवाएं ही ली जाए। कई संस्थानों में दिन व रात को लगातार सेवाएं ली जाती हैं। लिपिक पद पर पदोन्नति के लिए विभागीय कोटा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जाए। इसके साथ ही अंशकालीन जलवाहकों को आठ वर्ष के सेवाकाल की बजाए व तीन वर्ष में दिहाड़ीदार किया जाए। सभी विभागों में तीन वर्ष बाद कर्मचारियों को नियमित किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि कर्मचारियों की इन मांगों को जल्द पूरा किया जाए।