शलाग में अलग पंचायत बनाने के लिए जताई सहमति
उपमंडल के 20 गांवो के सैकड़ों ग्रामीणों ने शलाग में अलग से पंचायत बनाने के लिए अपनी आवाज बुलंद की है। बुधवार को बगशाड़ में आयोजित ग्राम सभा के दौरान ग्रामीणों ने एकजुट होकर यह फैसला लिया है। ग्रामीणों के अनुसार बगशाड पंचायत क्षेत्रफल की ²ष्टी से बड़ी पंचायत है। जिस कारण दूर-दूर गांव ग्रामीणों को अगर किसी काम को लेकर यहां आना पड़े तो उन्हें घंटो देर तक पैदल सफर करना पड़ता है।
सहयोगी, करसोग : उपमंडल के 20 गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने शलाग में अलग से पंचायत बनाने के लिए अपनी आवाज बुलंद की है। बुधवार को बगशाड़ में आयोजित ग्राम सभा के दौरान ग्रामीणों ने एकजुट होकर यह फैसला लिया है। ग्रामीणों के अनुसार बगशाड पंचायत क्षेत्रफल की दृष्टी से बड़ी पंचायत है। जिस कारण दूर-दूर गांव ग्रामीणों को अगर किसी काम को लेकर यहां आना पड़े तो उन्हें घंटो देर तक पैदल सफर करना पड़ता है। ऐसे में अब ग्रामीणों ने नई पंचायत बनाने की मांग की है। बगशाड़ के दूर दराज के गांवों में डमोग, गडारी, घेनी, खानेओल, शलाग, मजैर, नेओली, खराड, तरनाल, घावला, मुर्टी, खनेरू, दुदली सहित अन्य शामिल है। इस ग्राम सभी युवक और महिला मंडल समेत सैकड़ों ग्रामीणों ने लिखित रूप मे अपना पूरा समर्थन शालाग के लिए दिया है।
ग्रामीणों ने बताया है कि बड़ी पंचायत होने के चलते यहा पर विकास की रफ्तार थम गई है। पंचायत तक पहुंचने के लोगों को 10 से 15 किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ता है। वहीं, अगर आपातकालीन स्थित में बीमार हो जाए तो उसे कुर्सी में उठाकर मुख्य मार्ग तक पहुंचाना पड़ता है। इसके अलावा गांव मे बिजली, पानी तथा स्वास्थ्य सुविधाओं का भी अभाव है। इस अवसर पर सेवा सुरक्षा सहयोग के निदेशक टीसी बरागटा, माहिला मंडल कुंड प्रधान बुद्धि देवी, महिला मंडल गडारी प्रधान सुनिता, डेजल युवक मंडल प्रधान कृष्ण सिंह, गडारी के वार्ड पंच जोगिद्र पाल, तिजेंद्र, पिताबंर लाल, कमल सिंह, बेगा राम, भूतेश्वर ठाकुर, खेम सिंह, मनसा राम, दिवान, प्रेम सिंह, केहर सिंह, दुर्गा सिंह सहित अन्य उपस्थित रहे है।