वन विभाग के पत्र के बाद चार्जशीट पर तेज जांच
करसोग वनमंडल की कतांडा बीट में अवैध कटान मामले में दर्ज चार्जशीट पर जांच तेज हो गई है। शुक्रवार को गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे।
हंसराज सैनी, मंडी
करसोग वनमंडल की कतांडा बीट में अवैध कटान मामले में दर्ज चार्जशीट पर अब तेजी से कार्रवाई होगी। शुक्रवार को जांच अधिकारी डीएफओ राहुल रहाणे के समक्ष विभाग पांच गवाहों के बयान करवाएगा। आरोपितों पर अभियोग साबित करने के लिए वन विभाग 14 गवाह पेश करेगा। विभाग ने चार्जशीट पर धीमी कार्रवाई पर नाराजगी जताई थी। तीन दिन पहले जांच अधिकारी को पत्र लिखकर मामले का जल्द निपटारा करने के निर्देश दिए थे।
प्रदेश सरकार ने पांच मार्च 2018 को चार्जशीट मंजूर कर वन विभाग को अवैध कटान मामले में आरोपित बनाए गए सेवानिवृत्त आरओ स्वरूप चंद, बीओ तेजराम व वनरक्षक गिरधारी लाल के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। वनरक्षक होशियार सिंह की हत्या के बाद कतांडा बीट में देवदार समेत अन्य प्रजाति के करीब 400 पेड़ अवैध रूप से काटे जाने की बात सामने आई थी। सरकार ने अवैध कटान को लेकर उच्चस्तरीय जांच कमेटी गठित की थी। तीनों आरोपितों की लापरवाही से 45.67 लाख रुपये की वन संपदा का नुकसान होने की बात जांच में सामने आई थी। कमेटी ने तीनों आरोपितों से नुकसान की भरपाई करने की सिफारिश की थी।
स्वरूप चंद मगरू रेंज का आरओ था। उसके बाद बीओ तेजराम के पास इस रेंज का कार्यभार था। होशियार सिंह से पहले गिरधारी लाल इस रेंज के तहत आने वाली कतांडा बीट का वनरक्षक था। तीनों की वन माफिया के साथ मिलीभगत थी। जांच में यह बात भी सामने आई थी। मिलीभगत के चलते माफिया एक-एक कर जंगल से पेड़ ठिकाने लगाता रहा। गिरधारी लाल का स्थानांतरण होने के बाद कतांडा में वनरक्षक होशियार सिंह की नियुक्ति हुई थी। आरोपितों ने उसे कोई चार्ज नहीं दिया था। लगातार हो रहे अवैध कटान से वह परेशान था। आरोपित उसे अपना मुंह बंद रखने के लिए दबाव बनाते रहे। इस बात का जिक्र उसने अपनी डायरी में किया था। कमेटी की सिफारिश के बाद वन विभाग ने तीनों के विरुद्ध चार्जशीट तैयार कर नुकसान की भरपाई करने के निर्देश दिए थे।
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कतांडा बीट में अवैध कटान को लेकर दायर चार्जशीट पर शुक्रवार को पांच गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे। जल्द ही मामले का निपटारा होगा।
-राहुल रहाणे, डीएफओ एवं जांच अधिकारी।