बीते वर्ष खूब हुई सास-बहू की तकरार, वैवाहिक मतभेद भी बढ़े
बीते वर्ष अप्रैल से 31 मार्च तक के घरेलू हिंसा के मामलों पर एक नजर डाली जाये तो पहले के मुकाबले इसमें इजाफा हुआ है।
मंडी, जेएनएन। मंडी जिला में सास-बहू की तकरार के साथ-साथ पति-पत्नी के बीच विवाह के उपरांत अनबन के मामले कम होने के बजाय बढ़ रहे हैं। बीते साल अप्रैल से लेकर इस साल के 31 मार्च तक परिवार परामर्श केंद्र में करीब 135 मामले सामने आए हैं। गत वर्ष के मुकाबले 14 मामले अधिक परिवार परामर्श केंद्र की चौखट पर पहुंचे हैं। नशे की वजह से घर में कलह के मामलों समेत घरेलू हिंसा व वैवाहिक मतभेद के मामलों में इस साल बढ़ोतरी दर्ज की गई है। तीन मामले महिला आयोग व पुलिस को भेज दिए हैं। परिवार परामर्श केंद्र ने इन मामलों में मध्यस्थता करते हुए 91 मामलों को सुलझा कर घरों को बिखरने से बचा लिया है।
मंडी जिला में 1996 से एसआरडीए के माध्यम से परिवार परामर्श केंद्र सेवाएं प्रदान कर रहा है। बीते वर्ष केंद्र में 121 मामले पहुंचे थे, जिनमें से अधिकतर में दोनों पक्षों में समझौता करवा दिया गया था। 36 मामले विवाह के उपरांत पति-पत्नी के बीच आपसी तनातनी के परिवार परामर्श केंद्र में मामले पहुंचे हैं, जबकि बीते वर्ष यह आंकड़ा 34 रहा है। नशा प्रवृति भी बसे बसाए घरों को तोड़ रही है।
इस वर्ष 48 मामले नशे से संबंधित केंद्र में पहुंचे हैं, जबकि गत वर्ष 33 महिलाओं ने नशे की वजह से घर में कलह व मारपीट की शिकायत दर्ज करवाई थी। सास बहू के बीच अनबन के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। 48 महिलाएं एक-दूसरे की शिकायत लेकर परिवार परामर्श केंद्र में पहुंची है। पिछले साल के मुकाबले घरेलू हिंसा के सात मामले अधिक सामने आए हैं। पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं अधिक पहुंच रही है।
अप्रैल से मार्च की अवधि तक परिवार परामर्श केंद्र में 135 मामले पहुंचे हैं। इसमें से 91 मामलों को अब तक सुलझा लिया गया है। इस अवधि में करीब डेढ़ दर्जन पुरुष भी पत्नियों की शिकायत ले कर केंद्र में पहुंचे हैं। गलतफहमी व शक भी रिश्तों की डोर को कमजोर कर रहे हैं।
-कुसुम कुमारी, प्रभारी, परिवार परामर्श केंद्र मंडी