Him Kukkut Palan Yojana: कोविड में छूटी नौकरी, हिम कुक्कूट पालन योजना से कमा रहे चार लाख
Him Kukkut Palan Yojana हिमाचल प्रदेश में सरकार की हिम कुक्कुट पालन योजना वरदान साबित हो रही है। नागेंद्र मुर्गी पालन से चार लाख रुपये सालाना आय अर्जित कर रहे हैं। बाहरवीं की पढ़ाई करने के उपरांत नागेंद्र बद्दी में एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे।
जागरण संवाददाता, पद्धर: प्रदेश सरकार की हिम कुक्कुट पालन योजना पद्धर की ग्राम पंचायत डलाह के चमाह गांव निवासी नागेंद्र कुमार के लिए वरदान साबित हुई है। नागेंद्र मुर्गी पालन से चार लाख रुपये सालाना आय अर्जित कर रहे हैं। बाहरवीं की पढ़ाई करने के उपरांत नागेंद्र बद्दी में एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे। कोविड-19 के चलते कंपनी बंद हो जाने से नागेंद्र बेरोजगार हो गए।
1.34 लाख रुपये की राशि अनुदान पर की स्वीकृत
इस दौरान पशु पालन विभाग की हिम कुक्कुट पालन योजना के बारे में जानकारी ली। पशुपालन विभाग के सौजन्य से चौंतड़ा में कुक्कुट पालन का प्रशिक्षण लिया। पशु पालन विभाग द्वारा कुक्कुट शैड के लिए 1.34 लाख रुपये की राशि अनुदान पर स्वीकृत की गई। तीन चरणों मे नब्बे हजार रुपये की राशि के तीन हजार चूजे और बीस क्विंटल (आहार) फीड उपलब्ध करवाई गई। अब नागेंद्र का मुर्गी पालन का अच्छा खासा व्यवसाय चल रहा है।
चार लाख तक आय इस व्यवसाय से हो रही अर्जित
उनका कहना है कि सालाना चार लाख तक आय इस व्यवसाय से अर्जित हो रही है। अब नागेंद्र प्रदेश सरकार की इस कल्याणकारी योजना से अन्य लोगों को भी जागरूक कर रहे हैं। युवक ने गवाली गांव के ज्ञान चंद को इस स्वरोजगार को अपनाने के लिए प्रेरित किया। ज्ञान चंद ने भी विभागीय प्रशिक्षण लेने उपरांत यह स्वरोजगार शुरू किया।
जिससे ज्ञान चंद को सालाना दो लाख की कमाई हो रही है। उपमंडलीय वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक वर्मा ने कहा कि कुक्कुट पालन योजना बेरोजगार युवाओं के लिए मददगार साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि किसान बागवान भी खेती-बाड़ी के साथ-साथ मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू कर अच्छी खासी आय अर्जित कर सकते हैं।