बारिश बनी बिजली प्रोजेक्टों के लिए संजीवनी
सितंबर में हुई मूसलाधार बारिश राज्य विद्युत परिषद व बीबीएमबी के डैहर तथा पौंग पनविद्युत प्रोजेक्ट के लिए संजीवनी बनी है।
जागरण संवाददाता, मंडी : सितंबर में हुई मूसलधार बारिश राज्य विद्युत परिषद व बीबीएमबी के डैहर तथा पौंग पनविद्युत प्रोजेक्ट के लिए संजीवनी बनी है। भाखड़ा व लारजी को छोड़ अन्य सभी प्रोजेक्ट में लक्ष्य से अधिक बिजली उत्पादन हुआ है। भाखड़ा बांध में जलसंकट की वजह से तय लक्ष्य से 464 लाख यूनिट कम बिजली उत्पादन हुआ है।
भाखड़ा के दायें व बायें बिजली घर में सितंबर में बिजली उत्पादन का 5560 लाख यूनिट का लक्ष्य रखा गया था। इस दौरान यहां 5096 लाख यूनिट बिजली उत्पादन हुआ। केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग ने परिषद के पनविद्युत प्रोजेक्टों में सितंबर में 245.58 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा था। परिषद के प्रोजेक्टों में 257.62 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन हुआ है, जो तय लक्ष्य से 12.04 मिलियन यूनिट अधिक है।
संजय विद्युत परियोजना भावानगर में 74.340, गानवी में 12.080 मिलियन यूनिट, नोगली में 0.030, चाबा में 0.720, गिरी में 38.220 मिलियन यूनिट उत्पादन दर्ज किया गया है। आंध्रा परियोजना में 8.970 मिलियन यूनिट, गुम्मा 0.590,बस्सी में 33.460 बिनवा में 3.870, गज में 4.900, बनेर में 4.760, खोली परियोजना में 4.960, लारजी में 65.840 व रुकती में 0.290 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन रिकॉर्ड किया गया है। भावा आगुर्मेटेशन में 0.011 मिलियन यूनिट, रुकती में 0.290, चंबा भूरि सिंह 0.110, थिरोट 0.420, किलाड़ 0.030 और गानवी द्वितीय में 3.760 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन हुआ।
बीबीएमबी के प्रोजेक्टो में 10360 लाख यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था। सितंबर में 10959 लाख यूनिट बिजली उत्पादन हुआ है, जो तय लक्ष्य से करीब 599 लाख यूनिट अधिक है। 990 मेगावाट क्षमता के डैहर पॉवर हाउस में लक्ष्य से 445 व पौंग बांध में 617 लाख यूनिट अधिक बिजली उत्पादन दर्ज किया गया है।
बारिश से नदी-नालों में पानी की आवक बढ़ने से सितंबर में तय लक्ष्य से 12.04 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन अधिक हुआ है।
-ए के सिंह, उपमुख्य अभियंता, राज्य विद्युत परिषद।