कम पड़े कर्मचारी, होमगार्ड मांगे
जागरण टीम मंडी/नेरचौक बारिश और तूफान से जिले में करोड़ों का नुकसान हुआ है। तीन दिन बाद भी बिजली बहाल नहीं हो पाई है।
जागरण टीम, मंडी/नेरचौक : बारिश और तूफान से जिले में करोड़ों का नुकसान हुआ है। तीन दिन बाद भी जिले के कई गांव अंधेरे में डूबे हैं। सुंदरनगर, नेरचौक सहित अन्य क्षेत्रों में बिजली गुल है। बिजली बोर्ड के 1500 के करीब ट्रांसफार्मर तूफान के कारण प्रभावित हुए थे। इनको ठीक करने में कर्मचारियों की कमी आड़े आने पर अब बोर्ड ने प्रशासन से मदद मांगी है। होमगार्ड मुहैया करवाने की मांग की गई है।
जिला में लगभग एक करोड़ 78 लाख रुपये का नुकसान आंका गया है। इसके तहत करसोग और सुंदरनगर में बिजली बोर्ड को 36.50 लाख का नुकसान आंका गया है। इसमें सुंदरनगर क्षेत्र में 30 लाख और करसोग में 6 लाख 50 हजार का नुकसान हुआ है। इसी तरह जिला में 73 घरों को नुकसान पहुंचा, जिसका 49 लाख 15 हजार रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं गोहर में एक फैक्ट्री में एक लाख रुपये का नुकसान आंका गया है। जबकि बागवानी विभाग को 62 लाख का नुकसान आंका गया है। बिजली बोर्ड द्वारा अब ट्रांसफार्मर व अन्य व्यवस्थाओं को ठीक करने के लिए कार्य किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद नेरचौक क्षेत्र के जिसके बाद अभी तक गलमा, मुंदडु, कसारला, मांडल, अर्ठी, गैहरा, टिक्करी, नौरू, चौगान, स्योहली, ढांगू, बगला, बड़सू व अन्य कई क्षेत्र 55 घंटे बीत जाने के बाद भी बिजली बहाल नहीं हो पाई हैं।
हालात ये हैं कि लोगों को तीन दिन बाद भी अंधेरे में रहना पड़ रहा है। ऐसे ही हालात करसोग व अन्य जगहों पर भी बने हुए हैं। कर्मचारियों की कमी के कारण अब होमगार्ड की मदद जिला प्रशासन से बोर्ड ने मांगी है, ताकि व्यवस्थाओं को जल्द से जल्द ठीक किया जा सके। वहीं लगातार बढ़ रही गर्मी और बिजली न होने के कारण पानी आदि की योजनाएं भीप्रभावित हो रही हैं। उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने केलिए आदेश दिए गए हैं। बिजली बोर्ड को जो भी दिक्कत आ रही है उसे दूर किया जाएगा।