चिकित्सकों की नियुक्ति अनुबंध नहीं एडहॉक से की जाए
चिकित्सकों की नियुक्ति अनुबंध की बजाए एडहॉक से की जाए। इससे वेतन विसंगति नहीं होगी और प्रदेश के अधिक से अधिक चिकित्सक यहीं पर नौकरी कर सकेंगे। यह बात हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन जिला मंडी इकाई प्रधान डॉ जितेंद्र रूदकी व सचिव डॉ. विशाल जामवाल ने की। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में प्रदेश में अनुबंध के आधार पर चिकित्सकों की नियुक्ति की जाती है। इससे कई प्रकार की वेतन विसंतियां पैदा हो रही है। वहीं चिकित्सक अन्य राज्यों में नौकरी करने को विवश है।
संवाद सहयोगी, मंडी : चिकित्सकों की नियुक्ति अनुबंध की बजाए एडहॉक से की जाए। इससे वेतन विसंगति नहीं होगी और प्रदेश के अधिक से अधिक चिकित्सक यहीं पर नौकरी कर सकेंगे। यह बात मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन जिला मंडी इकाई प्रधान डॉ जितेंद्र रूदकी व सचिव डॉ. विशाल जामवाल ने की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में अनुबंध के आधार पर चिकित्सकों की नियुक्ति की जाती है। इससे कई प्रकार की वेतन विसंतियां पैदा हो रही हैं। चिकित्सक अन्य राज्यों में नौकरी करने को विवश हैं। उन्होंने इस समस्या का समाधान करने की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग में रिक्त चिकित्सकों के पदों को जल्द भरने की गुहार लगाई है।
उन्होंने कहा कि रिक्त पदों के लिए जल्द डीपीसी करवाकर भरा जाए। डीपीसी वर्ष में दो बार मार्च व जुलाई में करवाई जाए। मेडिकल ऑफिसर का पद पदोन्नति से भरा जाए और बीएमओ को ही ओएसडी व कार्यक्रम अधिकारी नियुक्त किया जाए। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने अनुबंध चिकित्सकों का वेतन बढ़ाने पर मुख्यमंत्री आभार व्यक्त किया है। डॉ. जितेंद्र रूदकी ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज का 20 अक्टूबर से आगाज हो गया है और यहां 250 बिस्तर उपलब्ध हैं और ओपीडी के साथ 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं भी शुरू हो गई। इससे लोगों को घरद्वार बेहतर स्वास्थ्य उपचार मिलेगा। नागरिक अस्पताल सुंदरनगर एक जिला अस्पताल के बराबर काम करता है और यहां 30 वर्ष पहले जो पद स्वीकृत हैं हुए हैं, उन्हीं से काम चलाया जा रहा है। अब मुख्यमंत्री ने अस्पताल में 150 बिस्तर की घोषणा, एक्स रे मशीन की घोषणा करके लोगों को राहत प्रदान की है। इसके लिए वह सरकार का धन्यवाद करते हैं।