तालमेल बनाकर आपदा से निपटना आसान
किसी भी तरह की आपदा से होने वाले नुकसान को कम करने, बचाव, राहत व पुनर्वास कार्यो को बेहतर ढंग से अंजाम देने और इन कार्यो में सरकारी तंत्र व स्वयंसेवी संस्थाओं में बेहतर तालमेल स्थापित करने के लिए बचत भवन में कार्यशाला आयोजित की गई।
जागरण संवाददाता, कुल्लू : किसी भी तरह की आपदा से होने वाले नुकसान को कम करने, बचाव, राहत व पुनर्वास कार्यो को बेहतर ढंग से अंजाम देने और इन कार्यो में सरकारी तंत्र व स्वयंसेवी संस्थाओं में बेहतर तालमेल स्थापित करने के लिए बचत भवन में कार्यशाला आयोजित की गई। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के तहत राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला में विभागीय अधिकारियों के अलावा कुल्लू जिला की विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया।
कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित करते हुए एडीएम अक्षय सूद ने कहा आपदा प्रबंधन में प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों के अलावा स्वयंसेवी संस्थाओं का भी महत्वपूर्ण योगदान रहता है। आपदा के समय अगर सभी सरकारी विभाग और स्वयंसेवी संस्थाएं आपसी तालमेल के साथ कार्य करें तो प्रभावित लोगों को त्वरित मदद मिलेगी। नुकसान को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है। आपदा के दौरान सरकारी तंत्र और स्वयंसेवी संस्थाओं में बेहतर तालमेल के लिए अब जिला अंतर एजेंसी समूह का गठन किया जा रहा है। इस समूह में सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल किए जा रहे हैं। समूह के समन्वयक आपदा के दौरान जिला आपातकालीन ऑपरेशन केंद्र में होने वाली बैठकों और आपदा प्रबंधन से संबंधित निर्णयों में शामिल रहेंगे।
इससे पहले कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में जिला राजस्व अधिकारी राजेश भंडारी ने प्रतिभागियों का स्वागत किया। कार्यशाला के उद्देश्यों की जानकारी दी। कार्यशाला के तकनीकी सत्र में विशेषज्ञ नवनीत यादव ने प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। डीडीएमए की समन्वयक (प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण) हरकंचन ने प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।