मंडी को देश के टॉप 100 स्वच्छ शहरों में लाना लक्ष्य
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने कहा मंडी शहर को जनवरी 2020 तक स्वच्छता इंडेक्स में देश के टॉप 100 स्वच्छ शहरों में लाने का लक्ष्य तय किया गया है।
जागरण संवाददाता, मंडी : मंडी शहर को जनवरी 2020 तक स्वच्छता इंडेक्स में देश के टॉप 100 स्वच्छ शहरों में लाने का लक्ष्य है। इसे पाने के लिए जनसहभागिता से मिशन मोड पर व्यापक अभियान छेड़ा जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने शुक्रवार को डीआरडीए सभागार में नगर परिषद मंडी की स्वच्छता समिति की बैठक में दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार स्वच्छता के स्तर के निरीक्षण के लिए निरंतर स्वच्छता सर्वेक्षण कर रही है। मंडी शहर को छह माह में देश के टॉप 100 स्वच्छ शहरों में लाने के लिए हमें स्वच्छता को लेकर राष्ट्र स्तर के पैमाने पर खरा उतरना होगा। पिछले सर्वेक्षण में हमारा शहर 806वें पायदान पर था।
इसे टॉप 100 में लाने के लिए जरूरी है कूड़े के बेहतर निपटारे को लेकर घरद्वार से इसे एकत्र किया जाए। घर पर ही सूखा और गीला कूड़ा अलग रखने की व्यवस्था और मजबूत की जाए। सुनिश्चित करना होगा सड़क किनारे कूड़े के ढेर न हों और न ही नालियां कचरे से भरें। नदियों में गंदगी न जाए। क्षेत्र को खुले में शौचमुक्त बनाने में जो व्यवहारिक अड़चने हैं उनका भी निदान तय हो। दो अक्टूबर को पूरा देश बाह्य शौचमुक्त हो जाएगा। शहर में जो कमियां हैं उन्हें सुधारने के लिए काम करना है, ताकि मंडी सही अर्थ में पूर्ण बाह्य शौचमुक्त बन सके। शहर में 8000 घर हैं। हर घर में दस्तक देकर लोगों को स्वच्छता व्यवस्था से जुड़ने के लिए प्रेरित करना होगा। इसके लिए लक्ष्य सामने रख कर योजनाबद्ध तरीके से काम करना जरूरी है। लोगों को जोड़कर सक्रिय जनअभियान से ही यह काम किया जा सकता है। उन्होंने पार्षदों और सभी अधिकारियों से कहा कि हर घर से शतप्रतिशत कूड़ा एकत्र और घर पर ही सूखा और गीला कूड़ा अलग रखने की व्यवस्था को सौ फीसदी लागू करने के लिए काम करें। गलने वाला कूड़ा नगर परिषद के बिद्रावणी में बनाए 24 वर्मी कंपोस्ट पिट्स और कांगनीधार में वन विभाग के बनाए पिट्स में डाला जाएगा। इसके अलावा न गलने वाले कूड़े को निस्तारण के लिए एसीसी सीमेंट कंपनी बरमाणा ले जाया जाएगा। मध्य प्रदेश का इंदौर शहर तीन साल से देश में स्वच्छता पैमाने पर पहले नंबर पर है। नगर परिषद के जनप्रतिनिधि और अधिकारी इंदौर की व्यवस्था समझने के लिऐ दौरे पर गए थे। मंडी में स्वच्छता को लेकर इंदौर का मॉडल अपनाया जाएगा।