अकरम के तरानों पर झूमे दर्शक
सहयोगी, नेरचौक : भंगरोटू मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में हिमाचली व पंजाबी गायकों ने दश्
सहयोगी, नेरचौक : भंगरोटू मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में हिमाचली व पंजाबी गायकों ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। दूसरी संध्या पर पहुंचे पांच कलाकारों ने श्रोताओं का खूब मनोरंजन किया तथा उन्हें झूमने पर विवश किया। सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत लोक गायक खेमू चौहान के गाने ठंडी हवा रा ये जादू दिल रहंदा नी काबू से हुई, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया।
हरदेव हरी ने बांसुरी के साथ साथ मेरे मितवा मेरे मीत रे गीत गाकर बांसुरी वादन व गायकी के संगम का अनूठा नमूना पेश किया। इसके बाद बिलासपुर की स्टार कलाकार राखी गौतम ने ¨हदी व पहाड़ी गानों की मिली जुली गायकी का संगम पेश कर लोगों का खूब मनोरंजन किया। राखी वर्तमान में मुंबई में गायकी कर रही हैं। राखी ने तेरे बिना ¨जदगी से कोई गाने से शुरुआत करते हुए नान स्टॉप पहाड़ी गाने तेरा मेरा प्यार अड़या बचपना रा, इक अधिया मंगाई जा रे, साहिबा रीये बीबीये, ओ लाड़ी शाणता आधी बाहीं री स्कीबी, कुल्लू-मनाली लगा मेला, इसा गराई देया लंबड़ा हो जैसे गानों को गाकर श्रोताओं को बहुत नचाया।
हिमाचली अदाकारा नीरू चांदनी ने कुछ देर के लिए समां बांधा। नीरू ने नॉन स्टॉप पहाड़ी गाने देश शोभला हिमाचल म्हारा जेंढा चमकू सरगा रा तारा, दोड़ू धोए डूघे नालूए, पिपली खाई लागी शीशी व रोहड़ू जाणा मेरी आमीए गाने पेश किए। अंत में पंजाबी गायक अकरम खान ने खूब धमाल मचाया। अकरम ने दर्द दिलों के कम हो जाते, यादां ता यादां तेरियां, सजणा तेरे नैण फरेबी, आ गया यारां दा फोन, सेम टैम सेम जगह, दिल ले गया, डीजे बजदा, दिल लै गई कुड़ी गुजरात दी, सावण में लग गई आग, मेले बीच पैण बोलियां व लोगों की फरमाइश पर भी गाने गाए।
सांस्कृतिक संध्या मे डॉ. आरके अभिलाषी ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में उपस्थित हुए। वहीं उनके साथ इस मौके पर ललित अभिलाषी व नर्मदा अभिलाषी तथा नरेंद्र कुमार भी मौजूद रहे, जबकि विशेष अतिथि के रूप में हिल ऑक स्कूल के निदेशक रोशन लाल कपूर रहे।
प्रशासन की ओर से मेला कमेटी के अध्यक्ष बल्ह के एसडीएम अशवनी कुमार, तहसीलदार भवानी ¨सह, बीडीओ बसीर खान भी उपस्थित रहे।