कोटरोपी हादसे में मारे गए मऊ के चार लोगों का अंतिम संस्कार, तीन और की शिनाख्त
कोटरोपी हादसे में मारे गए उत्तर प्रदेश के मऊ जिला के एक ही परिवार के 4 लोगों का सामूहिक अंतिम संस्कार मंगलवार रात जोगेंद्रनगर श्मशानघाट पर किया गया।
जोगेंद्रनगर, जेएनएन।
कोटरोपी हादसे में मारे गए उत्तर प्रदेश के मऊ जिला के एक ही परिवार के 4 लोगों का सामूहिक अंतिम संस्कार मंगलवार की रात जोगेंद्रनगर श्मशानघाट पर किया गया। राणा प्रताप सिंह के भाई ने जोगेंद्रनगर पहुंचकर शवों की शिनाख्त की थी। प्रताप सिंह (35), दो पुत्रियां वैष्णवी (12) व लक्ष्मी उर्फ बुलबुल (5) तथा पुत्र तेजस्वी (8) निवासी सभी हरदसपुर, जिला मऊ उतर प्रदेश कोटरोपी त्रासदी में काल का ग्रास बने।
उनके परिजन अब तक यहां नहीं पहुंचे हैं। जानकारी के अनुसार यूपी के मऊ व आजमगढ़ जिलों के 16 लोगों की इस हादसे में मौत हुई है। दोनों परिवार वाराणसी से चले थे और इसी दौर में वह शिमला भी गए। 14 अगस्त को इन परिवारों ने अपने घर पहुंचना था, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। राणा प्रताप सिंह के परिवार के 4 सदस्यों की चिताओं को विवशतावश रात को ही मुखाग्नि देनी पड़ी। साथ आए परिजन बिलखते रहे और उधर पिता व पुत्र तथा दो बहनों को अलग-अलग (दो चिताएं) लगाई गई थी यानि पिता-पुत्र एक साथ व दोनों बहनें को एक साथ चिताओं पर रखा गया। उपायुक्त संदीप कदम ने इसकी पुष्टि की है।
तीन और शवों की शिनाख्त :
कोटरापी हादसे का शिकार हुए उत्तर प्रदेश के 16 में से तीन और लोगों की शिनाख्त हो गई है। तीनों आजमगढ़ के हैं, इनमें पवन कुमार पुत्र राजेंद्र प्रसाद अलरेहड़ बाजार, उमेश सोनी पुत्र अवधेश सोनी, कन्हेया पुत्र दीनदयाल, दीप चंद पुत्र शिव शंकर पौसिपुर आजमगढ़ शामिल हैं। अब उत्तर प्रदेश की तीन महिलाओं सहित एक अन्य लापता है व 46 में से 45 शवों की शिनाख्त कर ली गई है।
बस चालक के शव का आधा हिस्सा मिला :
जिला मंडी के कोटरोपी हादसे में मारे गए चंबा-मनाली बस के परिचालक सतपाल के शरीर का आधा भाग चार दिन बाद मिला है। शनिवार रात को हुए हादसे के बाद बुधवार दोपहर को मलबे में दबी बस से 150 मीटर दूरी पर शव का आधा हिस्सा मिला।