डायन बताकर महिला से बदसलूकी करने के मामले में हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान, सरकार से मांगी स्टेटस रिपोर्ट
जिला मंडी के सरकाघाट के समाहल गांव में बुजुर्ग महिला को डायन बताकर प्रताडि़त करने के मामले की मानवाधिकार आयोग व राष्ट्रीय महिला आयोग से शिकायत की गई है।
मंडी, जेएनएन। जिला मंडी के सरकाघाट के समाहल गांव में बुजुर्ग महिला को डायन बताकर प्रताडि़त करने का मामला हाईकोर्ट शिमला पहुंच गया है। बताया जा रहा है हाईकोर्ट ने सरकार से एक सप्ताह में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। पुलिस सुरक्षा व मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए हैं। अधिवक्ता विनय शर्मा ने कोर्ट में इस संबंध में गुहार लगाई थी। मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश की अदालत में हुई है।
इससे पहले सोमवार को मामले की मानवाधिकार आयोग व राष्ट्रीय महिला आयोग से शिकायत की गई है। कुछ लोगों ने महिला के बाल काटे व मुंह पर कालिख पोत जूतों का हार पहना गांव में घुमाया था। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपितों को गिरफ्तार किया। वकालत की पढ़ाई कर रहे प्रज्वल बस्टा ने इस संबंध में शिकायत कर जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मामले में पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में 14 पुरुष व सात महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने शनिवार देर रात को गिरफ्तार 17 आरोपितों को रविवार को न्यायाधीश के समक्ष पेश किया। इन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। रविवार सुबह इस मामले दबोचे गए चार आरोपितों को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों के घेराव की धमकी पर धारा-144 लागू करने का निर्णय लेकर सरकाघाट थाने में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर कुछ जगहों पर सादी वर्दी में कर्मचारी भेज दिए थे।
रविवार सुबह देवता के रथ के साथ समाहल गांव से ग्रामीण थाने का घेराव करने निकले। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात होने की सूचना मिलने पर ग्रामीण सरकाघाट से पांच किलोमीटर पीछे ही मतेहड़ी रुक गए। यहां सादी वर्दी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने चार आरोपितों निशा व उसके भाई दीपक ठाकुर, अमरी देवी और अनिल कुमार को गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपितों में मंदिर की पुजारिन भी शामिल थी। ग्रामीणों ने उसकी गिरफ्तारी का विरोध किया और पूजा-पाठ कार्य बाधित होने पर उसे छोडऩे को कहने लगे। पुलिस ने ग्रामीणों को कानून हाथ में न लेने की हिदायत दी और आरोपितों को अपने साथ ले गई।