विकास कार्यो में बरती गई अनियमितताएं
मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र सराज की बरयोगी पंचायत में लोगों ने पंचायत प्रतिनिधियों पर 14वें वित्तायोग के कार्यों में अनयिमितताएं बरतने का आरोप लगाया है। इससे संबंधित शिकायत उपायुक्त मंडी सहित नायब तहसीलदार को सौंपी गई है लेकिन मामले की जांच न होने पर लोगों में रोष है। ग्रामीणों ने पहले उपायुक्त मंडी को व्हाट्सएप के जरीए 13 मई को शिकायत भेजी थी लेकिन उस पर कार्रवाई न होते देख 23 मई को नायब तहसीलदार के माध्यम से शिकायत मुख्यमंत्री को भेजी गई लेकिन 1
सहयोगी, थुनाग : मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र सराज की ब्रयोगी पंचायत में लोगों ने पंचायत प्रतिनिधियों पर 14वें वित्तायोग के कार्यो में अनियमितताएं बरतने का आरोप लगाया है। इससे संबंधित शिकायत उपायुक्त मंडी सहित नायब तहसीलदार को सौंपी गई है, लेकिन मामले की जांच न होने पर लोगों में रोष है। ग्रामीणों ने पहले उपायुक्त मंडी को वाट्सएप के माध्यम से 13 मई को शिकायत भेजी थी, लेकिन उस पर कार्रवाई न होते देख 23 मई को नायब तहसीलदार के माध्यम से शिकायत मुख्यमंत्री को भेजी गई, लेकिन 10 दिन बाद भी इस पर जांच शुरू नहीं हो पाई है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में दो साल पहले बनाए गए एक सिचाई टैंक जो सूखा हुआ है, उसकी बची हुई 150 फीट बजरी को एक सदस्य के घर पर लगाया जा रहा है। साथ ही कयुमानाल से भमार तक की सिचाई स्कीम में 20 पाइप आई थीं, लेकिन उसमें केवल मात्र 18 ही लगे हुए हैं। गरीब परिवार को मनरेगा के तहत रोजगार नहीं दिया गया, 14वें वित्त आयोग के फंड से आया सीमेंट भी बेच दिया गया है, सौर लाइटें अपने चहेतों के यहां लगाई गईं। भेडवाली खड्ड पर पुल बनाया गया है, उसकी भी इंजीनियर से जांच होनी चाहिए, जो 14वें वित्त आयोग के 15 लाख रुपये आए थे उनका बराबर बंटवारा नहीं किया गया, सात वार्डो में से दो वार्डो को पांच-पांच लाख रुपये अन्य को एक-एक लाख रुपये ही दिया गया। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस मामले में जांच जल्द शुरू की जाए। उधर इस बारे एसडीएम थुनाग सुरेन्द्र मोहन ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई सुचना नहीं है। पंचायत प्रधान बरयोगी देवराज वर्मा ने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप निराधार है। जांच कमेटी आई थी जो जानकारी उन्होंने जो तथ्य मांगे थे वह उनको दे दिए जाएंगे। वहीं बीडीओ सराज जगदीप कंवर ने बताया कि पंचायत में 14वें वित्तायोग के कार्यों को लेकर शिकायत आई है। इसकी जांच के लिए एसडीपीओ ब्लॉक इंजीनियर व पंचायत इंस्पेक्टर सहित दो जेई नियुक्त किए गए हैं।