केमिकल से दुरुस्त होगा ऊहल प्रोजेक्ट के जलाशय का रिसाव
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : ऊहल तृतीय पनविद्युत प्रोजेक्ट की रेजरवायर में जलभराव के दौरान ह
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : ऊहल तृतीय पनविद्युत प्रोजेक्ट की रेजरवायर में जलभराव के दौरान हुए रिसाव के केंद्रों को पंजाब के अनुभवी इंजीनियरों ने चिह्नित कर लिया है। विदेशी केमिकल से रेजरवायर के रिसाव को दुरुस्त करने पर सहमति बनी है। कुछ ही दिनों में रेजरवायर के रिसाव ¨बदुओं पर काम शुरू होगा। खराब मौसम के कारण रेजरवायर को दुरुस्त करने का काम शुरू नहीं हो पाया।
रिसाव वाली जगह पर मशीन द्वारा आंशिक खोदाई कर केमिकल से पानी को रोकने का प्रयास किया गया है। इसमें परियोजना प्रबंधन को काफी सफलता भी मिली है। रेजर वायर के एक हिस्से में हुए पानी के रिसाव को काफी हद तक सुधार लिया गया है, जबकि इसी क्रम में दूसरे हिस्से पर भी केमिकल के माध्यम से रिसाव को जल्द दुरुस्त किया जाएगा।
जोगेंद्रनगर के मच्छयाल स्थित 100 मैगावाट की क्षमता वाली पनविद्युत परियोजना की रेजरवायर का निर्माण कार्य वर्ष 2007 में एक निजी कंपनी द्वारा शुरू किया गया था। 2012 में रेजरवायर का निर्माण कार्य करीब करीब पूरा कर लिया गया था। रेजरवायर के निर्माण में अनुमानित 35 करोड़ रुपये का खर्च भी किया गया है। छह वर्ष के बाद रेजरवायर में जलभराव के दौरान स्पैन के कुछ हिस्सों में आंशिक रिसाव होने से परियोजना प्रबंधन सवालों के घेरे में आया है।
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मई में विद्युत उत्पादन का था लक्ष्य :
परियोजना प्रबंधन ने मई में विद्युत उत्पादन शुरू करने के लक्ष्य को लेकर 3.40 मीटर व्यास और दो किलोमीटर लंबाई वाली परियोजना की पैन स्ट्रोक में जोगेंद्रनगर की रणा और नेरी खड्ड के साथ बस्सी परियोजना के पानी से जलभराव का काम शुरू किया था। एक लाख 75 हजार घन मीटर क्षमता वाली रेजरवायर में मार्च के अंत तक पानी का जलभराव का काम पूरा होने का भी अनुमान लगाया जा रहा था। लेकिन इससे पहले रेजरवायर में रिसाव शुरू हो गया।
------ परियोजना की रेजर वायर में जलभराव के दौरान आंशिक रिसाव को दुरुस्त करने के लिए पंजाब के अनुभवी इंजीनियरों की सहायता ली जा रही है। केमिकल के माध्यम से रिसाव को दुरुस्त कर जल भराव का काम शुरू होगा।
-राजीव शर्मा, कार्यकारी अधीक्षण अभियंता, उहल परियोजना।