पहली से दसवीं तक ड्राइंग विषय अनिवार्य किया जाए
पढ़ रहे हों वह छात्र बड़े होकर इंजीनियर बन रहे हैं। लेकिन जब किसी इंजीनियर का आधार ही सही नही होगा तो उनकी शिक्षा की गुणवत्ता मे सवाल उठना स्वाभाविक है। ऐसे सरकार को प्रदेश के स्कूलों में पहली से दसवीं तक ड्राइंग विषय को अनिवार्य विषय की श्रेणी में शामिल किया जाना चाहिए। इसके साथ ही प्रदेश के स्कूलों में खाली पड़े ड्राइंग अध्या
संवाद सहयोगी, सुंदरनगर : प्रदेश के स्कूलों में पहली से दसवीं तक ड्राइंग विषय को अनिवार्य विषय की श्रेणी में शामिल किया जाना चाहिए। स्कूलों में रिक्त कला अध्यापकों के पद भी बिना शर्त भरे जाने चाहिए। यह मांग बेरोजगार कला अध्यापक संघ ने सरकार से ठाई है।
संघ की मंडी जिला इकाई के अध्यक्ष हिमांशु चौहान ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगार कला अध्यापक लंबे अर्से से अपनी मांगों के समर्थन में आवाज उठा रहे हैं। उनकी इन मांग की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने चेताया है कि यदि उनकी मांगें पूरी नही जाती हैं तो संघ पूरे प्रदेश में बड़ा आंदोलन करने से भी गुरेज नही करेगा, जिसकी सारी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की होगी। संघ जल्द ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को मांग पत्र सौंपेंगा। पहले भी राज्य कार्यकारिणी मुख्यमंत्री को रिक्त पड़े कला अध्यापकों के पदों को भरने के लिए मांग पत्र सौंप चुकी है। बीते दिनों हर विधानसभा क्षेत्र के विधायक और मंत्रियों को प्रदेश में रिक्त कला अध्यापकों के पदो को भरने के लिए मांग पत्र सौंपे गए हैं। इससे पहले बेरोजगार कला अध्यापक संघ जिला मंडी की कार्यकारिणी की बैठक चैलचौक में जिला कोषाध्यक्ष रूकमणी देवी की अध्यक्षता में हुई। इसमें मांगों पर चर्चा की और रणनीति तय की गई।
रूकमणी ने कहा कि प्रदेश में डिप्लोमा हासिल करके कला अध्यापक दो दशकों से घर पर बेरोजगार बैठे हैं। तमाम बेरोजगार ट्रेंड टीचर गरीब परिवार से तालुक रखते हैं जबकि हिमाचल में मिडल और हाई स्कूलों में कला अध्यापकों के हजारों पद रिक्त है। उन्होंने सरकार से इस काडर के लिए लगाई बेवजह की शर्तों को समाप्त करने की मांग की है। इस अवसर पर सदस्य खेम राज, भीम राज, बृज लाल, मेहर सिंह, इंद्र सिंह, वनीता, रमेश मौजूद रहे।