ऐसी राजनीति मेरे बस की नहीं : अनिल शर्मा
अपने पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम व बेटे आश्रय शर्मा के दोबारा कांग्रेस में शामिल होने पर ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में उनकी कोई भूमिका नहीं रही है। मेरा भविष्य अब भाजपा हाईकमान पर निर्भर है। मुख्यमंत्री अगर मंत्री पद से इस्तीफा मांगेंगे तो वह तुरंत इस्तीफा दे देंगे।
जागरण संवाददाता, मंडी : अपने पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम व बेटे आश्रय शर्मा के दोबारा कांग्रेस में शामिल होने पर ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में उनकी कोई भूमिका नहीं रही है। मेरा भविष्य अब भाजपा हाईकमान पर निर्भर है। मुख्यमंत्री अगर मंत्री पद से इस्तीफा मांगेंगे तो वह तुरंत इस्तीफा दे देंगे। बकौल अनिल शर्मा विधानसभा चुनाव के दौरान जब वह भाजपा में शामिल हुए थे तो भाजपा नेतृत्व से दादा-पोते ने ही बात की थी। उस दौरान उनकी क्या बात हुई थी, मुझे इस बारे में कुछ भी मालूम नहीं है। अब भी दादा-पोते की कांग्रेस पार्टी से क्या बात हुई, वह दोनों ही इसके बारे में बेहतर बता पाएंगे। ऐसी राजनीति मेरे बस की नहीं है। मेरा कोई राजनीतिक करियर नहीं था। मैं राजनीति में आने का बिल्कुल इच्छुक नहीं था। 1993 में जबरन राजनीति में लाया गया। जयराम मंत्रिमंडल में पूरी तरह से खुश हूं। चुनाव के दौरान न तो मैं पक्ष और न विपक्ष में प्रचार करूंगा। राजनीति छोड़ कर चुपचाप घर बैठ जाऊंगा।