मंडी में साहसिक पर्यटन का होगा आगाज
जागरण संवाददाता मंडी मंडी जिले में इस साल साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। थुनाग के स्पैण
जागरण संवाददाता, मंडी : मंडी जिले में इस साल साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। थुनाग के स्पैणीधार और द्रंग के पराशर ऋषि में तीन साइटों पर पैराग्लाइडिग होगी तो झिरड़ी के पास रिवर राफ्टिग। इसके अलावा आठ से दस नए ट्रैक ऐसे बनाए गए हैं जो अनछुए पर्यटन स्थलों को जोड़ेंगे यानी कुल्लू-मनाली जाने के बजाय पर्यटकों को मंडी दर्शन करवाने की योजना पर विभाग काम कर रहा है।
जिला के सराज, द्रंग, चैलचौक क्षेत्रों में कई ऐसे अनछुए पर्यटक स्थल हैं जहां तक पर्यटक नहीं पहुंच पाते हैं। इसके लिए नई राहें नई मंजिले के तहत ट्रैक विकसित किए गए हैं। लगभग 36 किलोमीटर के यह आठ से दस ट्रैक 7 से 10 किलोमीटर लंबे हैं। इसी तरह साहसिक पर्यटन क्षेत्र में अक्टूबर-2020 में सराजस के स्पैणीधार में 9000 फीट और पराशर ऋषि मंदिर के पास दो साइटें पैराग्लाइडिग के लिए चयनित हुई हैं। इनको अप्रूवल के लिए भेज दिया है। इसी तरह रिवर राफ्टिग के लिए झिडी से फरमैंटा तक रिवर राफ्टिग साइट विकसित करने की तैयारी है। इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए भी टैंट आदि लगाने को पराशर ऋषि के पास कार्य किया जा रहा है। यहां पर 50 के करीब टैंट लगेंगे। यह कार्य वन विभाग की टीम करेगी। देवीदढ़ में भी पर्यटन विभाग इसी तरह की व्यवस्था कर रहा है, ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को रहने के लिए किसी तरह की परेशानी न आए। साथ ही मंडी शहर में ही पर्यटन विभाग का एक होटल बनाया जा रहा है। इसका कार्य भी अंतिम चरण में है। इसके बनने के बाद जिला में पर्यटन विभाग के तीन होटल हो जाएंगे।
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धार्मिक पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
जिले में शिकारी देवी, कमरुनाग देव सहित कई प्रसिद्ध मंदिर हैं। यहां तक पर्यटकों को पहुंचाने के लिए भी पर्यटन विभाग कार्य कर रहा है। यहां पर मूलभुत सुविधाओं को विकसित करने के लिए कार्य चल रहा है। पर्यटन विभाग पशासन के साथ मिलकर यहां खाने-पीने की उचित व्यवस्था, रहने के लिए टेंट आदि भी तैयार करवाएगा।
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जिले में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने और नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए कार्य किया जा रहा है।
-पंकज शर्मा, उपनिदेशक पर्यटन विभाग मंडी।