कोरोना के तीन मामले पॉजिटिव आने के बाद तीन जिलों में हड़कंप, जानिए जमातियों की ट्रेवल हिस्ट्री
कोरोना वायरस संक्रमण के तीन पॉजिटिव मामले सामने आने से प्रदेश के तीन जिलों में हड़कंप मच गया है।
मंडी, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण के तीन पॉजिटिव मामले सामने आने से प्रदेश के तीन जिलों में हड़कंप मच गया है। तीनों संक्रमित मंडी जिले के रहने वाले है। इनमें दो लोग मंडी शहर के मंगवाई व एक सुंदरनगर के भोजपुर का रहने वाला है। जिला प्रशासन ने तीनों के घरोंं के बाहर पुलिस का पहरा बिठा दिया है। तीनों के स्वजनोंं को क्वारंटाइन कर दिया है। थोड़ी राहत की बात यह है तीनों घर से निकलने के बाद वापस नहीं आए थे। इस बात में कितनी सच्चाई है।
प्रशासन इसका पता लगाने में लगा हुआ है। तीनो 27 फरवरी को दिल्ली के होला चंदन खरक गांव तब्लीगी जमात के लिए गए थे। वहां से आठ मार्च को वापस चले थे। नौ मार्च को बिलासपुर जिले के घुमारवीं पहुंचे थे। यहां दस दिन तक मस्जिद में रुके थे। इसके बाद 21 मार्च को ऊना जिले के अम्ब के लिए रवाना हुए थे। तब से वहीं पर थे। वहीं इनको तीन दिन पहले ऊना जिला प्रशासन ने क्वारंटाइन किया था।
नहीम अहमद मंगवाई का रहने वाला है। सौली खड्ड में मैकेनिक की दुकान करता है। इसी के नेतृत्व में धार्मिक प्रचार प्रसार या फिर लोगों को जमात में लेने का काम चलता है। नदीम का पिता मूलत: उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। शादी नाचन हलके के डिनक में की थी। मंगवाई में जमीन खरीद कर मकान बना लिया था। नदीम की शादी भी डिनक में हुई है। यानी इसके ननिहाल व ससुराल दोनों डिनक में ही हैं। मोहम्मद फराद भी मंगवाई की मस्जिद में रहता है। राजस्थान का रहने वाला है, इसका पेशा मौलवी का है। भोजपुर का रहने वाला आरिफ मोहम्मद चिकन का कारोबार करता है। इसका अलावा जमात में जाने के अलावा कभी कभार मौलवी का काम भी देखता है।
नहीम अहमद अपने साथ मंडी, डिनक व सुंदरनगर के छह अन्य लोगों को साथ लेकर गया था। चार लोगों की रिपोर्ट अभी नेगेटिव आई है। मगर सभी लोग करीब एक माह से साथ रह रहे हैं। ऐसे में चारों को लेकर सरकार की चिंता बढ़ गई है। उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर का कहना है तीनों संक्रमित लोगों के स्वजनों को क्वारंटाइन कर दिया है। यह लोग किस किस से मिले थे। कहां कहां गए थे। इसकी जांच की जा रही है।