Lockdown में श्रमिक न करें पलायन, प्रशासन रखेगा ख्याल
Lockdown लॉकडाउन के कारण पलायन करने वाले श्रमिक घबरायें नहीं उन्हें तुरंत चावल आटा व दालें उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसके लिये श्रमिकों को चिह्न्ति किया जाएगा।
मंडी, जेएनएन। लॉकडाउन में अन्य राज्यों के श्रमिकों को घबराने की जरूरत नहीं है, न ही वे किसी के बहकावे में आकर पलायन करें। प्रशासन उन्हें मुफ्त में राशन पानी मुहैया करवाएगा। सरकार के निर्देश के बाद जिलाभर में अन्य राज्यों के श्रमिकों को चिह्न्ति करने का काम तेज हो गया है। शहरी निकायों में श्रमिकों को चिह्न्ति करने का जिम्मा कार्यकारी अधिकारियों व पंचायतों में पंचायत सचिवों को सौंपा गया है।
जिले में सात शहर निकाय व 469 पंचायतें हैं। चिह्न्ति श्रमिकों को तुरंत चावल, आटा व दालें उपलब्ध करवाई जाएंगी। जिले में श्रम विभाग के पास भवन निर्माण व मनरेगा से जुड़े करीब 34,800 श्रमिक पंजीकृत हैं। भवन निर्माण वाले ये वे श्रमिक हैं, जो पंजीकृत कंस्ट्रक्शन कंपनियों व ठेकेदारों के पास काम कर रहे हैं। इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में अपंजीकृत ठेकेदार भी हैं। इनके पास हजारों की संख्या में श्रमिक काम करते हैं।
जिले में आइआइटी मंडी, कलस्टर यूनिवर्सिटी, कैंसर अस्पताल नेरचौक, मातृ व शिशु केयर अस्पताल मंडी व फोरलेन जैसे कई बड़े काम चल रहे हैं। यहां उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, राजस्थान व पंजाब के श्रमिकों की संख्या सबसे अधिक हैं।
कई श्रमिक सिलाई कढ़ाई, सैलून व खनन कार्य से जुड़े हुए हैं। लॉकडाउन के बाद ठेकेदारों ने अपने घरों का रुख कर लिया। श्रमिकों को यहीं छोड़ गए। श्रमिकों के पास राशन व पैसा खत्म हो चुका है। ठेकेदार पैसा व खर्च देने से मना कर रहे हैं। श्रमिक प्रशासन के पास मदद की गुहार लगाने पहुंच रहे हैं।
जरूरतमंदों की सेवा में जुटी पुलिस
पुलिस जरूरतमंदों की सेवा में जुट गई है। ऐसे मजदूर जो घरों में हैं और उनके पास खाना बनाने के लिए राशन नहीं हैं उन तक पुलिस खुद पहुंच रही है। पुलिस उन्हें राशन व खाना मुहैया करवा रही है। जिले के कई स्थानों पर व्यापार मंडल के सहयोग से खाना बनाकर गरीब लोगों को खिलाया जा रहा है।