नगर परिषद सुंदरनगर 100 डिफाल्टर को थमाएगी नोटिस
ने नगर परिषद सुंदरनगर के गृहकर की करीब डेढ़ करोड़ राशि पर कुड़ली मार रखी है। से अधिक लेने को हैं लेकिन कई लोग नगर परिषद की ओर से बार-बार नोटिस देने के बावजूद गृहकर की अदायगी नगर परिषद को नहीं कर रहे हैं। एक बार फिर नगर परिषद की ओर से ऐसे लोगों से भी सख्ती से निपटने का निर्णय
रजनीश हिमालयन, सुंदरनगर
शहर के लोगों ने नगर परिषद सुंदरनगर के गृहकर की करीब डेढ़ करोड़ राशि पर कुंडली मार रखी है। से अधिक लेने को हैं। कई बार नोटिस जारी करने के बाद ये लोग नगर परिषद को गृहकर का भुगतान नहीं कर रहे हैं। एक बार फिर नगर परिषद इन लोगों से भी सख्ती से निपटने की तैयारी में है। गृहकर में देने में सुस्ता रहे ऐसे करीब 100 डिफाल्टरों को नोटिस थमाए जाएंगे।
नए सर्वेक्षण के आधार पर नगर परिषद गृहकर की वसूली का खाका तैयार कर लिया। अब तक गृहकर अदा न करने वाले करीब 100 डिफाल्टरों की सूची तैयार कर ली गई है। नगर परिषद ने यह सर्वेक्षण एक एजेंसी से पूरा करवाया था। एजेंसी की रिपोर्ट मिलने के बाद नगर परिषद ने गृहकर की बकाया राशि जुटाने का कार्य शुरू कर दिया है।
2003 तथा 2011 में किया था सर्वेक्षण
सुंदरनगर नगर परिषद ने 2003 व 2011 में इससे पहले गृहकर के लिए सर्वे किया था। इस सर्वेक्षण की रिपोर्ट के आधार पर लोगों को गृहकर लगाया गया था। अब करीब सात साल बीतने पर शहर में काफी बदलाव आ गया है। इस दौरान हजारों कच्चे मकान अब पक्के हो चुके है। दुकानों व व्यावसायिक परिसरों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हो चुकी है। पहले नगर परिषद गृहकर के लिए सर्वे व आकलन खुद करती थी, जिससे स्थानीय लोग सहमत नहीं होते थे। इस कारण अब नगर परिषद ने शहर में सर्वेक्षण करवाने का काम निजी एजेंसी को सौंपने का फैसला लिया था। पिछले साल नगर परिषद ने नए सिरे से गृहकर के लिए सर्वेक्षण करवाया था।
शहर में है 6512 मकान व व्यवसायिक परिसर
नगर परिषद के रिकॉर्ड के अनुसार इस समय सुंदरनगर शहर की कुल आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 24423 है तथा शहर में 6512 मकान व व्यवसायिक परिसर उसके पास पंजीकृत हैं। इसमें से 5979 मकान व व्यावसायिक परिसर गृहकर के दायरे में आते है। नगर परिषद के अनुमान के अनुसार यहां पर मकानों व व्यावसायिक परिसरों की संख्या बहुत अधिक है। क्योंकि बहुत से लोग मकान बनाते समय नगर परिषद से नक्शा पास नहीं करवाते है। कई भवन मालिकों ने भवनों में अतिरिक्त निर्माण भी करवाया है जो अभी गृहकर के दायरे में नहीं है। जिनका भी सर्वे के माध्यम से पता लगाया गया है।
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गृहकर न देने वाले डिफाल्टरों की सूची तैयार कर ली गई है। नगर परिषद शीघ्र 100 से अधिक लोगों को नोटिस जारी करेगी। लोगों को गृहकर की बकाया राशि नगर परिषद को देनी चाहिए, ताकि इस राशि को शहर के विकास कार्यों पर खर्च किया जा सके।
-अशोक शर्मा, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद सुंदरनगर।