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पड्डल मैदान में नहीं लौटी हरियाली

तैयार होने के साल बाद भी युवा सेवाएं एवं खेल विभाग मैदान में पानी की बौछार नहीं कर पा रहा है। सिचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग ने करीब 21 लाख की योजना को तैयार कर खेल विभाग के सुपुर्द कर दिया है। लेकिन मैदान को तर कर इसे हरा भरा करने के लिए छोटी लाइन व स्प्रिंकलर जोड़ना खेल विभाग के वश में नहीं है। तकनीकी कर्मचारियों की दरकार के कारण विभाग एक साल से योजना का लाभ नहीं उठा रहा है। लाखों रूपये की योजना सफेद हाथी बन कर रह गई है। पड्डल मैदान की दशा सुधारने व इसे साल भर हरा भरा र

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 May 2019 09:55 PM (IST)Updated: Tue, 14 May 2019 06:35 AM (IST)
पड्डल मैदान में नहीं लौटी हरियाली
पड्डल मैदान में नहीं लौटी हरियाली

सुरेंद्र शर्मा, मंडी

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ऐतिहासिक पड्डल मैदान को हरा-भरा बनाने के लिए परियोजना तैयार होने के साल बाद भी युवा सेवाएं एवं खेल विभाग मैदान में पानी की बौछार नहीं कर पा रहा है। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग ने करीब 21 लाख की परियोजना तैयार कर खेल विभाग के सुपुर्द कर दी है। लेकिन मैदान को तर कर इसे हरा-भरा करने के लिए छोटी लाइन व स्प्रिंकलर जोड़ना खेल विभाग के वश में नहीं है। तकनीकी कर्मचारियों की दरकार के कारण विभाग एक साल से योजना का लाभ नहीं उठा रहा है। लाखों रुपये की परियोजना सफेद हाथी बन कर रह गई है।

पड्डल मैदान की दशा सुधारने व इसे साल भर हरा भरा रखने के लिए 21 लाख की परियोजना तैयार की गई है। ब्यास नदी से पानी को लिफ्ट कर इसे पड्डल में पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछाई गई है। ब्यास किनारे ही योजना के तहत जल भंडारण टैंक का भी निर्माण किया गया है। सिचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग ने कार्य पूरा कर इसे युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के सुपुर्द कर दिया है। परियोजना के तहत पड्डल मैदान के चारों ओर मेन पाइपलाइन बिछाई गई है। इस पाइपलाइन में अलग-अलग स्थानों पर छेद कर छोटी पाइपलाइन जोड़ कर इसमें स्प्रिंकलर की मदद से पानी की बौछार की जाएगी। छोटी लाइन भूमिगत होने की बजाय मैदान के ऊपर ही बिछाई जाएगी। इसके लिए पंप ऑपरेटर, समेत अन्य तकनीकी कर्मचारियों की मदद ली जाएगी।

युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के पास इसके लिए न तो मजदूर है और न ही तकनीकी रूप से सक्षम कोई अन्य कर्मचारी है। लिहाजा स्प्रिंकलर व छोटी पाइपें स्टोरनुमा कमरे में धूल फांक रही हैं। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग ने परियोजना के संचालन, रखरखाव व मरम्मत के लिए 1.80 लाख रुपये सालाना बजट की मांग की है। लेकिन इसके लिए युवा सेवा एवं खेल विभाग ने गंभीरता नहीं दिखाई है।

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पड्डल मैदान को समय-समय पर पानी उपलब्ध करवाने के लिए परियोजना बनकर तैयार हो गई है। परियोजना के संचालन में आ रही कुछ खामियों को दूर किया जा रहा है। जल्दी पड्डल मैदान में नियमित रूप से पानी की बौछार की जाएगी।

-प्रदीप कुमार, जिला युवा सेवाएं एवं खेल अधिकारी मंडी।

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पड्डल के लिए पानी की सुविधा प्रदान करने के लिए परियोजना तैयार कर युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के सुपुर्द कर दी गई है। परियोजना के संचालन के साथ-साथ सप्ताह में एक दिन पानी की बौछार करने का विभाग ने ऑफर दिया था। लेकिन युवा सेवाएं एवं खेल विभाग की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया है।

-भानू प्रताप सिंह, सहायक अभियंता सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग।


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