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अच्छे नागरिक बन देश की तरक्की में दें योगदान

हम जब भी कोई बात या चर्चा करते हैं तो किसी दूसरे के दोष को ही बताया जाता है। हमारा फर्ज और हमारा दाय

By Edited By: Published: Wed, 02 Nov 2016 06:12 PM (IST)Updated: Wed, 02 Nov 2016 06:12 PM (IST)

हम जब भी कोई बात या चर्चा करते हैं तो किसी दूसरे के दोष को ही बताया जाता है। हमारा फर्ज और हमारा दायित्व क्या है यह हम अकसर भूल जाते हैं। यहां पर बात हो रही है नागरिक होने पर गर्व की, इससे हमें नागरिक होने पर गर्व होना चाहिए। मगर पहले यह सोचें कि क्या हम गर्व करने के विषय पर संवेदनशील हैं। क्या हम वाकई में एक अच्छे नागरिक होने के सारे नियम समझते हैं। नागरिक होना ही गर्व करने के लिए काफी नहीं है। नागरिक होने पर गर्व हमें तब ज्यादा होगा जब हम जीवन में संस्कारों को महत्व देंगे और संस्कार, शिष्टाचार तथा नैतिक मूल्यों को समझेंगे। हमें अच्छा नागरिक बन देश की तरक्की में योगदान देना चाहिए।

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हम अकसर देश की कमियों को ही उजागर करते हैं। मगर यह कभी नहीं सोचते कि हमारे देश ने हमें क्या-क्या दिया। हम कमियां निकालने में महारत हासिल कर रहे हैं। हम यह क्यों नहीं देख पाते कि हमारे देश जैसा कोई देश ही नहीं है। जो नैतिक व सांस्कृतिक मूल्य हमारे देश में हैं वह संसार के किसी भी देश में देखने को नहीं मिल पाएंगे। पूरा विश्व हमारे देश के सांस्कृतिक व नैतिक मूल्यों का आदर करता है। भारत हमारी मातृभूमि है और हमें इसे प्यार करना चाहिए। देश के लोग स्वभाव से बहुत ही ईमानदार व भरोसेमंद हैं। विभिन्न संस्कृति व परंपरा के लोग बिना किसी परेशानी के एक साथ रहते हैं। हमारे देश की मातृ भाषा ¨हदी है। हालांकि बिना किसी बंधन के अलग-अलग धर्म व जाति के लोगों के द्वारा यहां पर कई भाषाएं बोली जाती हैं। भारत एक प्राकृतिक सुंदरता को समेटे हुए है। यहां समय-समय पर महान लोग पैदा हुए हैं। उन्होंने अपने जीवन में महान कार्य किए, हमें उनके जीवन से कुछ प्रेरणा लेकर अपने देश के लिए अच्छे कार्य करने चाहिए। भारतीयों का स्वभाव भी दिल को छू लेने वाला है और दूसरे देशों से आए मेहमानों का हम दिल से स्वागत करते हैं। भारत में जीवन के भारतीय दर्शन का अनुसरण किया जाता है जो सनातन धर्म कहलाता है और यहां विविधता में एकता को बनाए रखने के लिए मुख्य कारण बनता है। हमारे देश में काफी धरोहरें हैं, जो विश्व के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। भारत अपने अध्यात्मिक कार्यो जैसे योगा, मार्शल आर्ट व संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। हमारा देश बुद्ध, महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद व संत कबीर जैसे महापुरुषों की धरती है। उन्हीं के पदचिह्नों पर चलकर यहां के लोगों व अन्य देशों ने अपने आप को मूल्यवान बनाया है। हमें भारत के नागरिक होने पर गर्व होना चाहिए। यहां पर नारी को देवी समझकर उसकी पूजा की जाती है। भारत की संस्कृति में जीवन जीने के लिए सब कुछ है जैसे विरासत के विचार, लोगों की जीवन शैली, मान्यता, रीति-रिवाज, संस्कार व नैतिक मूल्य और विनम्रता आदि। भारत को विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता माना जाता है जहां पर लोग अपनी पुरानी मानवता की संस्कृति व परवरिश का अनुकरण करते हैं। पुरानी पीढ़ी के लोग अपनी संस्कृति और मान्यताओं को नई पीढ़ी को सौंपते हैं, इसलिए सभी बच्चे यहां पर अच्छे से व्यवहार करते हैं। क्योंकि उनको संस्कार, संस्कृति, नैतिक मूल्य व परंपराएं पहले से ही उनके माता-पिता, दादा-दादी तथा घर के अन्य सदस्यों से मिलती रही हैं। देश की संस्कृति की अपनी एक अलग पहचान है।

आजकल कुछ शरारती तत्व देश में अराजकता जैसा माहौल बनाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। अपने स्वार्थ के लिए यहां की धरती को बदनाम करने की कोशिश में बाहरी ताकतें लगी हुई हैं। देश में पैदा हुए कुछ लोग देश के पतन की कोशिश में लगे हुए हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि वह अपने नागरिक होने के महत्व को भूल रहे हैं। ऐसे लोग अन्य को भी बरगलाने में लगे हुए हैं। हमें अपने देश के नाम को ऊंचा करने का प्रयत्न करना चाहिए। हमें अच्छे संस्कार व नैतिक मूल्यों को अपनाना चाहिए। विश्व के प्रसिद्ध देशों में भारत एक अलग पहचान रखता है। भारतीय नागरिक होने के नाते हम सभी को इसके बारे में जानना चाहिए जैसे इतिहास, संघर्ष तथा दूसरी अन्य प्रमुख बातें। भारत हमारी मातृभूमि है और हमें इससे प्यार करना चाहिए। हमें यहां का नागरिक होने पर गर्व करना चाहिए क्योंकि यहां विविधता में एकता देखने को मिलती है। कोई ही अन्य देश ऐसा होगा जहां अलग-अलग धर्म, संप्रदाय व भाषा बोलने बाले आपस में मिलजुल कर रहते हों।

- राजेश कुमार सोयल, प्रधानाचार्य जीनियस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल नेरचौक।

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अच्छा नागरिक देश का आधार

एक अच्छा नागरिक अपने समाज व देश का आधार तथा शोभा होता है। उसमें अनेक गुण होते हैं, इसलिए उसका जीवन व आचरण अनुकरणीय होता है। जिस पर सभी को गर्व होता है। एक समाज, राष्ट्र या देश में सभी प्रकार के नागरिक होते हैं। अच्छे नागरिक देश को शक्ति संपन्न, समृद्ध व संगठित बनाते हैं। नैतिक मूल्य व संस्कार हमें अच्छा नागरिक बनाते हैं। हमें गर्व है कि हम भारत के नागरिक हैं।

- मोनिका, अध्यापिका जीनियस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल नेरचौक।

अच्छे नागरिक से देश की अच्छी पहचान

अच्छा नागरिक होना देश के लिए शोभा होता है। देश का नागरिक अच्छा होगा तो हमारी पहचान भी अच्छी ही बनेगी। आदर्श नागरिक स्वेच्छा से अनुशासन का पालन करता है। वह देश के नियमों व कायदों का निष्ठा से निर्वहन करता है। कानून को बनाए रखने में सहायता करता है। देश हित के लिए एक अच्छा नागरिक अपने प्राणों को न्योछावर तक कर देता है। जब भारत देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था तो बहुत से लोग ऐसे हुए थे जिन्होंने आजादी दिलाने के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए। ऐसे नागरिक हमेशा पूजनीय होते हैं और हमें गर्व होता है कि हम भी ऐसे ही देश के नागरिक हैं।

- मनदीप, अध्यापिका जीनियस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल नेरचौक।

अधिकारों का दुरुपयोग नहीं सदुपयोग करें

नागरिक को अपने देश के प्रति ईमानदार व वफादार होना चाहिए। कुछ नागरिक हमेशा अपने अधिकारों की बात करते हैं और अधिकारों के लिए लड़ाई करते हैं, लेकिन वे भूल जाते हैं कि हमारे अधिकारों के साथ कुछ कर्तव्य भी हैं। हमें अधिकारों का दुरुपयोग नहीं, बल्कि सदुपयोग करना चाहिए। भारत एक ऐसा देश है जहां नागरिक पूरी स्वतंत्रता के साथ रहते हैं। हम अपने देश के प्रति अपने दायित्व को पूरी तरह से निभाते हैं। नागरिक वही व्यक्ति होते हैं जो किसी भी देश के किसी गांव या शहर या किसी भी हिस्से में रहते हैं। हमें मौलिक अधिकार दिए गए हैं, लेकिन उन मौलिक अधिकारों का दुरुपयोग करने की बजाय हमें उनका सदुपयोग करना चाहिए। तभी हम अपने नागरिक होने पर गर्व कर सकते हैं।

- कपिल देव, अध्यापक जीनियस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल नेरचौक।

माटी दिलाती है फर्ज की याद

हममें अपने देश के लिए कुछ भी कर गुजरने की हिम्मत होनी चाहिए। अपना देश अपनी माटी हमें हमेशा याद दिलाती है कि हमारा फर्ज क्या है। हम सभी को देश की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करने चाहिए। तभी हम नागरिक होने का गर्व महसूस कर सकते हैं। नागरिक होने का गर्व भी हमें तभी ज्यादा सुख देगा जब हमसे अच्छे संस्कारों व नैतिक मूल्यों को अपने जीवन में अपनाएं और आगे वाली पीढ़ी को भी समझाएं।

- अक्षिता, छात्रा जीनियस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल नेरचौक।

नागरिक होने का गर्व तभी जब देश के बारे में सोचें

नागरिक होने का गर्व होना एक एहसास दिलाता है। हम किस देश के नागरिक हैं। उस देश के भले के लिए आगे रहना चाहिए और देश की बदनामी न हो ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए। नागरिक होने का गर्व हम तभी कर सकते हैं जब देश की रक्षा व सुव्यवस्था के बारे में हम सोचें। हमें अपने भारत देश का नागरिक होने का सौभाग्य मिला है। यह एक ऐसा देश है जहां विविधता में एकता है। हर समुदाय के लोग यहां एकसाथ रहते हैं और सभी के दुख-सुख का हिस्सा बनते हैं।

- आलिशा, छात्रा जीनियस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल नेरचौक।

संस्कार व नैतिक मूल्य नहीं सिखाते बैर करना

नागरिक होने का गर्व होना जरूरी है क्योंकि जिस देश में हम सभी रह रहे हैं उस देश से प्यार भी होना लाजिमी है। जब प्यार देश से है तो हम अपने भारत का नागरिक होने पर गर्व करते हैं। यहां कोई किसी से बैर नहीं रखता और एक-दूसरे की मदद के लिए भी आगे रहते हैं। हमारे देश के संस्कार व नैतिक मूल्य ही ऐसे हैं कि हमें किसी के प्रति बैर रखना आता ही नहीं। हम अपने देश के ऐसे नागरिक हैं जो देश का नाम ऊंचा व रोशन करने में विश्वास रखते हैं। यही नहीं हम अन्य देशों के नागरिकों को भी उतना ही सम्मान करते हैं जितना अपने देश का।

- मनीष, छात्र जीनियस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल नेरचौक।


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