मौलिक कर्तव्यों के प्रति जागरूकता जरूरी : विशाल भमनोत्रा
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : उपमंडलीय विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से मंगलवार को जोगंद्रनगर में शिक्षकों के मौलिक कर्तव्यों पर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता उपमंडलीय विधिक सेवा प्राधिकरण जोगेंद्रनगर के अध्यक्ष एवं सिविल जज विशाल भमनोत्रा ने की। उपमंडल के विभिन्न सरकारी व गैर-सरकारी शिक्षण संस्थानों के करीब 170 शिक्षकों ने शिविर में हिस्सा लिया।
विशाल भमनोत्रा ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पंचायतों, महिला मंडलों व स्कूलों में कानून की जानकारी प्रदान की जा रही है। प्रत्येक नागरिक अपने कर्तव्यों के प्रति सजग होना चाहिए और इसी दिशा में प्राधिकरण आगे बढ़ रहा है तथा लोगों को गांव-गांव में उनके मौलिक अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। शिक्षकों का बच्चों पर गहरा प्रभाव पड़ता है तथा बच्चों को बचपन से ही उनके मौलिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया जाना लाजिमी है। इसी गर्ज से न्यायिक विभाग ने शिक्षकों को इस अभियान में शामिल किया है। बचपन से ही अपने कर्तव्यों को जानकर ही बच्चे जीवनपर्यत उनके प्रति जागरूक रहेंगे।
विशाल भमनोत्रा ने पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए जल, जंगल, जमीन व वन्य जीवों को अगली पीढ़ी तक सहेज कर रखने तथा समाज में वैज्ञानिक सोच विकसित करने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बच्चों को मौलिक अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए नारा व निबंध लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाएगा, जिनमें जिला व राज्य स्तर पर अग्रणी रहने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। इस अवसर पर अधिवक्ता राकेश भारद्वाज, धर्म सिंह ठाकुर, बीआर राठौर व दिनेश सिंह ने भी संविधान व इसकी समस्त महत्वपूर्ण धाराओं का सम्मान करने के साथ-साथ अन्य मौलिक कर्तव्यों पर भी विस्तार से जानकारी दी।