बधाला गाव मांग रहा सड़क की सुविधा
आशीष भोज,पद्धर
पधर उपमंडल की ग्राम पंचायत उरला का बधाला गाव आजादी के दशकों बीतने बाद भी सड़क सुविधा से महरूम है। सड़क न होने से गाव की दो सौ आबादी पैदल सफर करने का मजबूर है। दुर्गम व वीरान जंगल के बीच रास्ते में विद्यार्थियों को स्कूल से आने जाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। गाव में कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो ग्रामीण मरीज को पालकी में उठाकर सड़क मार्ग में पहुंचाते हैं। आपातकालीन स्थिति में कई बार मरीज बीच रास्ते में ही दम तोड़ देता है। ग्रामीण हरीश कुमार, बलदेव, सरदारी लाल, होशियार सिंह, भोला राम, नागेंद्र कुमार, चंपा देवी, रजनी देवी, सीता देवी, कमला देवी, रीता देवी और सुमित्रा आदि का कहना है कि गाव को जाने के लिए उरला तथा कोटरोपी से दो पैदल रास्ते है लेकिन दोनों रास्तों में वीरान जगंल है। भवन या अन्य निर्माण कार्यो सहित खान पान के प्रयोग में लाई जाने वाली सामग्री को घोड़े के सहारे गाव पहुंचाया जाता है। ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार से माग की है कि बधाला गाव को सड़क से जोड़ा जाए।
द्रंग विधानसभा क्षेत्र के सभी गाव को सड़क सुविधा से जोड़ना मेरी प्राथमिकता में है। वन भूमि आड़े आने की बजह से बधाला गाव सड़क से महरूम रहा है। एफसीए केस बना कर गाव के लिए सड़क निर्माण की अनुमति ली जाएगी। इसके बाद बधाला गाव को सड़क से जोड़ा जाएगा।
कौल सिंह ठाकुर, स्वास्थ्य मंत्री