मंडी में 240 में से 109 सड़कें की बहाल
मुख्य सचिव विनीत चौधरी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी
जागरण संवाददाता, मंडी : मुख्य सचिव विनीत चौधरी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी उपायुक्तों से रविवार रात से हो रही भारी बारिश से हुए नुकसान का ब्योरा लिया। उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने मंडी जिला में भारी बारिश से हुए नुकसान, राहत व बचाव कायरें का ब्योरा दिया।
उन्होंने कहा कि मंडी जिला में भारी बारिश के कारण भूस्खलन तथा ल्हासे गिरने से लगभग 240 सड़कों पर यातायात बाधित रहा। सोमवार शाम तक 109 सड़कों पर यातायात सुविधा सुचारू कर दी गई। अन्य सड़कों पर लोक निर्माण विभाग व अन्य एजेंसियों की 165 से अधिक मशीनें लगाई गई हैं। इनमें लोक निर्माण विभाग की 127 जेसीबी, तीन बुल्डोजर, 16 टिप्पर तथा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की 14 मशीनें मलबे इत्यादि को हटाकर यातायात सुचारू करने में लगी हैं। अधिकाश सड़कों को मंगलवार सुबह तक सुचारू करने की उम्मीद है। मनाली- चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर द्वाडा के समीप ब्यास नदी का पानी सड़क पर आने से यातायात प्रभावित रहा, जिसे अब बहाल कर दिया गया है। सुंदरनगर के चमुखा के समीप यातायात सामान्य कर दिया गया है।
भारी बारिश से बल्ह क्षेत्र में बाढ़ से निपटने के लिए गृह रक्षक, अग्निशमन सहित राहत व बचाव दल तैनात किए गए और पानी में फंसे 14 लोगों को बचाया गया। भारी बारिश की आशका के मद्देनजर जिला के विभिन्न क्षेत्रों में राहत व बचाव के लिए आठ दल तैनात किए गए हैं। मंडी जिला में भारी बारिश से अभी तक लगभग 13 करोड़ 21 लाख 49 हजार रुपये का नुकसान आका गया है, जिसमें लोक निर्माण, विद्युत, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग सहित रिहायशी मकानों व गोशालाओं इत्यादि को हुआ नुकसान शामिल है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान अनुसार, आगामी कुछ दिनों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। इसके दृष्टिगत मंडी जिला के अंतर्गत सभी राजकीय व निजी पाठशालाएं, महाविद्यालय व अन्य शैक्षणिक संस्थान 14 अगस्त को भी बंद रखने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए शिक्षा विभाग व सभी संबंधित संस्थानों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। ब्यास नदी में सिल्ट की मात्रा अधिक होने से मंडी शहर में पेयजल की आपूर्ति मंगलवार को बाधित रहेगी।
उन्होंने कहा कि सोमवार सायं तक भारी बारिश में मलबा इत्यादि गिरने व अन्य दुर्घटनाओं में तीन लोगों की मौत की सूचना है। सभी पीड़ित परिजनों को फौरी राहत प्रदान कर दी गई है।
डीसी ने जिला के समस्त लोगों तथा पर्यटकों से आग्रह किया है कि वे नदी-नालों के समीप न जाएं। वीडियो कांफ्रेंस के दौरान पुलिस अधीक्षक गुरदेव चंद शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त राघव शर्मा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी राजीव कुमार, एसडीएम सदर मदन कुमार व सरकाघाट श्रवण माटा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीवानंद, आदेशक, गृह रक्षक, खेम सिंह सहित सभी विभागों के अधिकारी व राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तथा अन्य परियोजनाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।