World No Tobacco Day 2019: कुल्लू के ये युवा नशे से दूरी बना अब ब्रश से भर रहे हैं जिंदगी में रंग
World No Tobacco Day 2019 नशे की लत से बाहर आये अजय और विशाल अब अपनी पेंटिंग से लोगों में नशे की खिलाफ अलग जगा रहे हैं।
कुल्लू, देवेंद्र ठाकुर। World No Tobacco Day 2019 नशा एक ऐसी लत है जिसको लग जाए तो वह इस दलदल में डूबता ही जाता है। ऐसे ही दो युवा हैं जो नशे से निकलकर अब सामान्य जिंदगी जी रहे हैं। दोनों युवा पेंटिंग से लोगों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। एक वर्ष पहले रायसन के 27 वर्षीय अजय उर्फ दोत राम और दो माह पहले नशे से बाहर आए विशाल को भी नशे की ऐसी लत लगी कि दोनों को इससे बाहर निकलना काफी मुश्किल हो गया था। इस पर परिजन दोनों क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के नशा छुड़ाओ केंद्र लेकर पहुंचे।
यहां पर नियमित काउंसलिंग व इलाज के बाद वे अब नशे से तौबा कर चुके हैं। अब दोनों अन्य लोगों को भी नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक कर रहे हैं। परिजनों ने डॉक्टरों को बताया कि अजय और विशाल के अंदर पैंटिंग का हुनर छिपा है। इसके बाद चिकित्सक ने पहले अजय से नशे की लत छुड़वाई और फिर उसका ध्यान पैंटिंग की ओर ले गए। अब अजय पैंटिंग बनाकर नशे के खिलाफ अलख जगा रहा है।
युवा नशा नहीं जिंदगी चुनें
अजय का कहना है कि मुझे सच में मालूम नहीं था कि मेरे अंदर ऐसा भी हुनर छिपा है। यहां पर सभी चिकित्सकों सहित नर्सों के सहयोग से मैं नशे से दूर निकलने में कामयाब रहा और आज मैं खुशहाल जिंदगी जी रहा हूं। युवा नशा नहीं जिंदगी को चुनें।
बच्चों से खुलकर बातचीत करें माता-पिता
रायसन के अजय के पिता प्रेम चंद और माता जयवंती का कहना है कि एक वर्ष पहले हम लोग सोच भी नहीं सकते थे कि अजय नशे से बाहर आ सकता है। चिकित्सकों ने यह कर दिखाया। अब हम अन्य लोगों को भी सलाह दे रहे हैं कि अपने बच्चों से खुलकर बातचीत करें और नशे की लत छुड़ाने के लिए उनका पंजीकरण अस्पताल में करवाएं।
कई युवा जी रहे अच्छी जिंदगी
नशा छुड़ाओ केंद्र कुल्लू के चिकित्सक डॉ. सत्यव्रत वैद्य का कहना है कि हमारे पास अभी तक करीब 1200 लोगों का पंजीकरण हो चुका है। इसमें कई युवा ऐसेभी हैं जो आज अच्छी जिदंगी जी रहे हैं। इन्हीं में से एक है अजय, जिसके अंदर हुनर की कमी नहीं है और सिर्फ बाहर लाने का प्रयास करना था जो हमने किया। आज लगातार आर्ट थैरेपी से अजय ने यह पैंटिंग बनवाई।
नशा एक धीमा जहर
अखाड़ा बाजार के रहने वाले विशाल का कहना है कि मैं दो माह पूर्व ही नशा छुड़ाओ केंद्र आया हूं। नशे के चंगुल
से निकल कर काफी राहत महसूस कर रहा हूं। मैं जीवन में कुछ और भी कर सकता हूं। नशा एक धीमा जहर है, इससे बचकर रहना चाहिए।
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