चार घंटे बंद रहा मनाली-लेह मार्ग
रोहतांग मार्ग के चुम्बक मोड़ में भारी भरकम चट्टान गिरने से मनाली लेह मार्ग पांच घण्टे अवरुद्ध रहा। सुबह छ बजे के करीब जब यह चट्टान गिरी तो लोगों की आवाजाही शुरू हो गई थी जिससे एक वाहन
जागरण संवाददाता, मनाली : रोहतांग मार्ग के चुम्बक मोड़ में रविवार को भारी भरकम चट्टान गिरने से मनाली-लेह मार्ग पांच घंटे अवरुद्ध रहा। सुबह छह बजे के करीब जब यह चट्टान गिरी तो इस मार्ग पर से गुजर रहा एक वाहन इसकी चपेट में आने से बाल बाल बच गया।
लाहुल जा रहे शेरू, टशी व दीपक ने बताया कि जिस सयम चट्टान गिरी, उसी समय मार्ग से एक वाहन गुजर रहा था। गनीमत यह रही कि चट्टान से गिरने से पूर्व वाहन वहां से निकल गया। घटना की जानकारी मिलते ही बीआरओ की टीम ने चुम्बक मोड़ की ओर किया और किसी तरह चट्टान को हटाकर सड़क को बहाल किया। रोहतांग दर्रे में चार इंच के लगभग ताजा बर्फबारी हुई है। हल्की बर्फबारी के बीच दर्रे में वाहनों की आवाजाही दिन भर सुचारू रही। मनाली से लाहुल, पांगी किलाड़ व लेह की ओर 300 से अधिक वाहन रवाना हुए।
बरसात शुरू होने से पहले ही पहाड़ी से चट्टाने गिरने का क्रम शुरू हो गया है। इससे बीआरओ की दिक्कत बढ़ गई है। बीआरओ ने हालांकि 476 किलोमीटर लंबे मनाली-लेह मार्ग को डबललेन बनाने का 90 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया है लेकिन चुम्बक मोड़ सहित कुछ एक स्थानों में काम शेष रह गया है। चुम्बक मोड़ के लगभग दो किलोमीटर का क्षेत्र संवेदनशील है। इस क्षेत्र में चट्टानें खिसकने का भय लागतार बना रहता है। अधिक चट्टानें होने से बीआरओ भी यहां सड़क चौड़ी करने की पहल नहीं कर पाया है। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि चट्टान गिरने से मार्ग अवरुद्ध हुआ था। कुछ ही घंटों बाद इसे कर दिया गया।
रोहतांग में चार इंच ताजा हिमपात
पिछले एक सप्ताह से कुल्लू और लाहुल में मौसम के तेवर बदले हुए हैं। रविवार को मौसम ने सुबह ही करवट बदली और रोहतांग दर्रे व इसके आसपास की ऊंची पहाड़ियों में बर्फ के फाहे गिरने का क्रम शुरू हो गया। मनाली की ऊंची चोटियों सहित मकरवे, शिकरवे, सेवन सिस्टर पीक, मनाली पीक, लदाखी पीक, हनुमान टिब्बा, देउ टिब्बा, मांगन कोट में ताजा हिमपात हुआ है। लाहुल के कुंजम, शिकुला, बारालाचा, दारचा, नीलकंठ, छोटा व बड़ा शिगरी ग्लेशियर, लेडी ऑफ केलंग व मायड़ घाटी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई।