लाहुल की चंद्रा घाटी में बर्फीला तूफान, घरों में दुबके लोग
शीत मरुस्थल लाहुल स्पीति सहित पर्यटन नगरी में हो रही ब़र्फबारी कंही आफत को कहीं राहत लेकर आई है। रोहतांग दर्रे में तीन फीट से अधिक हिमपात हो चुका है जबकि कोकसर और मढी में दो फीट बर्फ
जागरण संवाददाता, मनाली : कुल्लू व लाहुल स्पीति में पिछले दो दिन से हो रही बारिश व बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लाहुल घाटी में बसों के पहिए जाम हो गए हैं। छोटे वाहन भी नहीं चल रहे हैं। रोहतांग दर्रे में तीन फीट, कोकसर और मढी में दो फीट, लाहुल घाटी में एक से दो फीट तथा स्पीति में भी कुंजम दर्रे व लोसर से ताबो तक बर्फबारी का दौर जा रही है। लाहुल की चंद्रा घाटी में बर्फबारी के साथ बर्फीला तूफान चल रहा है। इससे ग्रामीणों की दिक्कत दोगुना हो गई है। बर्फीला तूफान चलने से चंद्रा वैली के लोग घरों से दुबक गए हैं।
लाहुल घाटी के तीनों मुख्य मार्ग केलंग दारचा, केलंग कोकसर व केलंग उदयपुर भारी बर्फबारी से अवरुद्ध चल रहे है। रोहतांग दर्रे में हो रही बर्फबारी से बीआरओ की मनाली लेह मार्ग बहाली प्रभावित हो गई है। बीआरओ को एक बार फिर जीरो प्वाइंट से मार्ग बहाली शुरू करनी पड़ेगी। रोहतांग बहाली में जुटे बीआरओ की मशीनें भी बर्फ में फंस गई हैं। दूसरी ओर पर्यटन नगरी मनाली के सभी पर्यटन स्थल बर्फ से लद गए हैं। सैलानी मनाली के पर्यटन स्थलों में घूमने का आनंद ले रहे है।
बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि मनाली-लेह मार्ग पर भारी बर्फबारी हुई है। बर्फबारी से बीआरओ की प्रगति शून्य हुई है लेकिन मौसम खुलते ही शटिगरी से दारचा, शटिगरी से रोहतांग व मनाली के कोठी से रोहतांग की ओर बर्फ हटाने का कार्य शुरू करेगा।