बर्फबारी के बाद लाहुल में फंसे सेब के ट्रक व कई वाहन, जानिए कब तक बहाल होगा रोहतांग दर्रा
Vehicle Trapped in Lahaul मनाली-केलंग मार्ग पर सफर करने वाले लाहुल के लोगों को अभी इंतजार करना होगा। रोहतांग दर्रे की बहाली अभी 24 किलोमीटर शेष है।
मनाली, जसवंत ठाकुर। मनाली-केलंग मार्ग पर सफर करने वाले लाहुल के लोगों को अभी इंतजार करना होगा। रोहतांग दर्रे की बहाली अभी 24 किलोमीटर शेष है। यह 24 किमी का भाग ढाई से तीन फीट मोटी बर्फ से ढका हुआ है। बीआरओ ने लाहुल घाटी में युद्धस्तर पर काम करते हुए सड़कों को बहाल कर दिया था लेकिन दर्रे में बिछी बर्फ की मोटी परत से बीआरओ की दिक्कत को बढ़ाया है। बीआरओ अधिकारी शनिवार रात को ही दर्रा बहाल करने की बात कर रहे थे, लेकिन दर्रा आज भी बहाल हो जाता है तो बहुत बड़ी राहत होगी।
बीआरओ ने कल शाम तक लाहुल से राक्षी ढांक तथा मनाली की ओर से राहनीनाला तक सड़क बहाल कर दी है लेकिन इससे आगे ही बीआरओ को कड़ी मेहनत की जरूरत है। लगभग 24 किमी सड़क बहाली आगर आज बहाल हो जाती है तो कल तक रोहतांग दर्रे में वाहन दौड़ सकेंगे। गौर हो कि बर्फबारी से रोहतांग दर्रा बंद हो गया है और सैकड़ों वाहन लाहुल व मनाली में फ़ंस गए हैं। सेब के करीब 60 ट्रक भी घाटी से बाहर भेजना शेष हैं। सैकड़ों लाहुल के लोगों की नजर रोहतांग बहाली पर टिकी हुई है। रोहतांग दर्रा बहाल होने पर ही लोगों को राहत मिल सकेगी।
बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि बीआरओ के जवान देर रात तक रोहतांग बहाली में जुटे रहे। उन्होंने बताया लगभग 24 किमी सड़क बहाली शेष रह गई है। कमांडर में बताया कि रविवार शाम तक दर्रा बहाल करने के प्रयास हैं। लोग व वाहन चालक जल्दबाजी न करें। रोहतांग बहाली का इंतजार करें और मार्ग बहाल होने के बाद ही रोहतांग का रुख करें।
बीआरओ ने दी राहत, सुरंग से भेजे जा रहे वाहन
बीआरओ रोहतांग सुरंग परियोजना ने लाहुल के लोगों की दिक्कत को देखते हुए कुछ वाहनों को आपात स्थिति में सुरंग से जाने की अनुमति दे दी है। कल शनिवार को मंत्री डॉक्टर रामलाल मार्कंडेय और बीआरओ अधिकारियों संग हुई बैठक में आपात स्थिति में कुछ वाहनों को रोहतांग सुरंग से भेजने पर सहमति बनी थी। एसडीएम मनाली और एसडीएम केलंग के माध्यम से कुछ छोटे वाहनों में लोग रोहतांग सुरंग से आर पार होंगे।