टैक्सी ऑपरेटरों ने की मांग रोहतांग के लिए बढ़ाई जाए वाहनों की संख्या
मनाली के टैक्सी ऑपरेटर रोहतांग के लिए वाहनों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं रोहतांग के लिए रोज 1200 वाहनों की संख्या निर्धारित है।
मनाली, जेएनएन। समर सीजन आते ही फिर मनाली के टैक्सी ऑपरेटर रोहतांग दर्रे के लिए वाहनों की संख्या बढ़ाने की मांग करने लगे हैं। मई-जून में हर साल यह समस्या सभी के लिए सरदर्द बनती है साथ ही लूट को भी बढ़ावा मिला है। मनाली आने वाला हर पर्यटक रोहतांग जाना चाहता है, लेकिन सरकार द्वारा निर्धारित वाहनों की संख्या उनकी राह में बाधा बन जाती है। रोहतांग के लिए हर रोज जाने वाले वाहनों की संख्या 1200 निर्धारित है। इनमें 800 पेट्रोल व 400 डीजल शामिल हैं।
वाहन चालकों का कहना है कि समर सीजन में सैलनियों की संख्या के आगे यह नाकाफी है। टेंपो ट्रेवलर यूनियन मनाली के अध्यक्ष तारा चंद ठाकुर, हिम आंचल टैक्सी आपरेटर यूनियन मनाली के प्रधान गुप्त राम ठाकुर व मनाली टैक्सी यूनियन के प्रधान राजकुमार डोगरा ने कहा कि एक दिन में रोहतांग जाने वाले वाहन 2500 से अधिक होते हैं लेकिन अनुमति 1200 को ही मिलती है। इससे सैकड़ों सैलानी बिना रोहतांग के दीदार किए निराश लौट जाते हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस संख्या को 2500 तक किया जाए।
10 मई 2016 को राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने आदेश दिए थे कि रोहतांग में रोजाना 800 पेट्रोल और 400 डीजल वाहन ही जा सकेंगे। रोहतांग दर्रे में साहसिक गतिविधियां भी बंद हैं, लेकिन दर्रे में फोटोग्राफी और कुल्लवी ड्रेस के कारोबार को ही अनुमति मिली है।
टैक्सी ऑपरेटरों की इस समस्या को सरकार ने गंभीरता से लिया है। सरकार टैक्सी ऑपरेटरों का मजबूती के साथ एनजीटी में पक्ष रख रही है। उम्मीद है इस बार राहत मिलेगी।
-गोविंद ठाकुर, वन, परिवहन एवं खेल मंत्री