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आईमा का मॉडल कुल्लू को दिलाएगा कचरे से निजात

लंबे समय से कचरे के निष्पादन की समस्या से जूझ रहे कुल्लू व भुंतर नगर परिषद को जल्द निजात मिलेगी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 06:47 AM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 06:47 AM (IST)
आईमा का मॉडल कुल्लू को दिलाएगा कचरे से निजात
आईमा का मॉडल कुल्लू को दिलाएगा कचरे से निजात

जागरण संवाददाता, कुल्लू : लंबे समय से कचरे के निष्पादन की समस्या से जूझ रहे कुल्लू व भुंतर नगर परिषदों की समस्या का हल अब जिला कांगड़ा के पालमपुर की आईमा पंचायत के मॉडल पर होगा। शुरू में कुल्लू शहर में कूड़ा संयंत्र के दो अलग-अलग प्लांट लगाए जाएंगे। इसमें गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग तरीके से निष्पादित किया जाएगा। इसके लिए नगर परिषद ने भी प्रस्ताव पास कर दिया है और टेंडर प्रक्रिया के बाद मशीनें जगह चयनित कर लगा दी जाएंगी। इस पर करीब एक करोड़ रुपये से अधिक का खर्च होगा।

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उपायुक्त यूनुस ने कुल्लू में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कचरा निष्पादन की समस्या शहर में बड़ी है लेकिन जमीन न मिलने के कारण इसके निष्पादन में दिक्कत आ रही है। हाल ही में नगर परिषद के पार्षद पालमपुर की आईमा पंचायत का दौरा कर आए हैं और वहां पर लगे कूड़ा संयंत्र के आधार पर ही यहां भी मशीनें लगाई जाएंगी। इसके लिए दो स्थान चयनित किए जाएंगे। जहां पर एक में गीले व दूसरी जगह सूखे कचरे का निष्पादन किया जाएगा। इसके लिए आईमा से बेहतर व लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की मशीनें यहां लगाई जाएंगी और इस पूरी प्रक्रिया को डेढ़ से दो महीने में शुरू कर दिया जाएगा। इसके तहत एक बड़ा इंसीनेटर, एक कंप्रेशर और एक कचरे से खाद बनाने वाली मशीन स्थापित की जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाने के लिए एमसी के सदस्य भी प्रशिक्षण प्राप्त करके आए हैं।

उपायुक्त यूनुस ने बताया कि हमारा प्रयास है कि कुल्लू को कचरामुक्त बनाने के लिए जल्द इस कार्रवाई को अंजाम दिया जाए। इस संयंत्र के बनने के बाद घरों से गीला व सूखा कचरा अलग-अलग लिया जाएगा तथा इसके लिए लोगों को डस्टबिन भी मुहैया करवाए जाएंगे। इससे परिषद के 11 वार्डो का कचरा अलग-अलग निष्पादित किया जाएगा। इसके लिए लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कचरे से खाद और प्लास्टिक को कंप्रेश करके ईट या ब्लॉक बनाए जाएंगे जो नालागढ़ भेजे जाएंगे। यह संयंत्र बदबू रहित होगा। उन्होंने बताया कि कुल्लू में प्रोजेक्ट के सफल रहने पर इसे भुंतर में लागू किया जाएगा। जीपीएस से रखी जाएगी निगरानी, लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

उपायुक्त यूनुस ने कहा, कचरा उठाने वाली गाड़ियां किस वार्ड में कब जा रही हैं इसके लिए जीपीएस ट्रैकर गाड़ियों में लगाकर उन पर निगरानी रखी जाएगी। इसी तरह संयंत्रों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि कचरे के निष्पादन में कोताही न बरती जाए। कचरा सुबह और शाम के वक्त ही उठाया जाएगा। लोगों ने सहयोग नहीं किया तो होगी कार्रवाई

उपायुक्त ने चेतावनी दी कि अगर लोगों ने सूखे व गीले कचरे को अलग-अलग नहीं रखा तो उनका कचरा गाड़ी वाले नहीं उठाएंगे। अगर तीन दिन तक कचरा नहीं उठता है तो चौथे दिन संबंधित परिवार को नोटिस जारी किया जाएगा। इसके बाद जरूरी हुआ तो नियमानुसार जुर्माना किया जाएगा। मनाली में दो से तीन महीने में कचरे से बनेगी बिजली

उपायुक्त ने बताया कि इंदौर मॉडल पर मनाली के रांगड़ी में बन रहे कूड़ा संयंत्र के बनने के लिए दो से तीन महीने का वक्त लगेगा और उसके बाद यहां पर बिजली तैयार की जाएगी। इस संयंत्र की मशीनरी विदेशों से आ रही है तथा इसके इंस्टाल होते ही यहां पर भी कचरे की मात्रा के अनुसार कुल्लू से भी कचरा भेजा जाएगा। यहां पर 1.2 मैगावाट बिजली तैयार होगी। यह है आईमा का मॉडल

पालमपुर विधानसभा की आईमा पंचायत में प्रधान संजीव राणा ने अपने प्रयास से कूड़ा संयंत्र स्थापित किया है। यहां पर ठोस कचरे को जलाया जाता है तथा कंप्रेश करके ईटें व सूखे कचरे से खाद तैयार की जाती है। प्रदेश का अपनी तरह का यह पहला मॉडल है। कुल्लू अगर इसे दो माह में लागू करता है तो यह पहली नगर परिषद होगी जो इसे लागू करेगी।


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