हिमाचल प्रदेश में पहाड़ों ने ओढ़ी बर्फ की चादर
snowfall. लगातार हो रही बर्फबारी से लाहुल स्पीति सहित कुल्लू-मनाली के पहाड़ बर्फ से लद गए हैं।
जागरण संवाददाता, मनाली। लाहुल स्पीति सहित पर्यटन नगरी मनाली एक बार फिर बादलों से ढक गई है। रात भर मौसम साफ रहने के बाद सुबह घाटी में बादल छा गए, जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ गया। शनिवार को घाटी में धूप खिलने से ठंड से हल्की राहत मिली, लेकिन रविवार को एक बार फिर घाटी शीत लहर की चपेट में आ गई है। लगातार हो रही बर्फबारी से लाहुल स्पीति सहित कुल्लू-मनाली के पहाड़ बर्फ से लद गए हैं। मौसम ने इस बार किसानों बागवानों सहित पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को खुश कर दिया है। इस बीच, शिमला व सोलन में भी बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है।
अपने पुराने स्वरूप में लौटी जनवरी
2008 के बाद सर्दियों में बर्फबारी का दौर कम होता गया। मनाली शहर में भी नाममात्र बर्फबारी होने लगी। मौसम के बदले तेवरों को देखते हुए लोग जनवरी महीने को लोग हल्के में लेने लगे। लेकिन इस बार जनवरी अपने पुराने स्वरूप में लौटी है। इस साल जनवरी महीने में 3,4,5, 11, 12, 20, 21, 22 और 25 तारीख को मनाली शहर में बर्फ के फाहे गिरे। बर्फबारी ने मनाली में पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है
फिर लौटे फोर व्हील ड्राइव वाहनों के दिन
90 के दशक में मनाली शहर में फोर व्हील ड्राइव वाहन ही चलते थे, जबकि अन्य वाहनो के पहिये 3 महीने के लिए जाम हो जाते थे। लेकिन 1998 के बाद बर्फबारी का क्रम कम होता गया और फोर व्हील ड्राइव वाहनों की वैल्यू कम होती गई। इस साल मौसम ने अपना रंग दिखाया तो सभी को फॉर व्हील ड्राइव वाहन याद आए। इस साल फॉर व्हील ड्राइव वाहनो की मदद से ही टैक्सी चालक सैलानियों को बेहतरीन सेवा दे पाए हैं। बर्फ में जब सभी वाहन खड़े हो गए तो ये वाहन लगातार बर्फ में भी चलते रहे।
नेहरू कुंड में लगा सैलानियों का मेला
मनाली के पर्यटन स्थल रोहतांग तो पिछले 2 महीने से सैलानियों के लिए बंद है लेकिन, मढी, राहला और गुलाबा में भी पिछले एक महीने से सैलानी रुख नहीं कर पाए हैं। इन पर्यटन स्थलों में 5 फीट से लेकर 10 फीट तक बर्फ जमी है। रविवार को मनाली का नेहरू कुंड पर्यटकों का स्नो प्वायंट बन गया। सैलानी सुबह से यह बर्फीले खेलों का आनंद ले रहे हैं। इस साल जनवरी में पर्यटकों की आमद भी अधिक रहा है, जिससे पर्यटन कारोबारी भी खुश हैं। एसडीएम मनाली रमन घरसँगी ने बताया कि सैलानियों को नेहरू कुंड तक जमे की अनुमति दी गई है। उन्होंने बताया कि सैलानी मनाली व आसपास के क्षेत्रों में बिछी बर्फ की चांदी का आनंद ले रहे हैं।