कुफरी, नारकंड़ा, जंजहैली व मनाली में सीजन की पहली बर्फबारी, हिमाचल में बढ़ी ठंड
पर्यटन नगरी मनाली बर्फ से सराबोर हो गयी है, रोहतांग में भी अढाई फुट से अधिक हिमपात हुआ है।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश के ऊंचे व जनजातीय इलाकों में बर्फबारी होने से समूचा हिमाचल प्रदेश ठंड की चपेट में आ गया है। शिमला के कुफरी व नारकंड़ा, मंडी के जंजहैली और मनाली में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। कुल्लू के जलोड़ी जोत, लाहुल स्पीति व रोहतांग में बर्फबारी के कारण संपर्क मार्ग बाधित हुए हैं। बस डिपो केलंग को कुल्लू के लिए स्थानांतरण कर दिया गया है। बर्फबारी होने से समूचे प्रदेश में ठंडी हवाएं चल रही हैं। इससे ठंड बढ़ गई है। हालांकि वीरवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में धूप खिली रही। इसके बावजूद ठंडी व तेज हवाओं के आगे धूप बेअसर रही।
प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों पांगी, केलंग, निचार, काफनू व सांगला में लगभग आधा फुट बर्फबारी हुई। इस कारण उपमंडल पांगी का अन्य इलाकों से संपर्क कट गया है। भरमौर, तीसा व सलूणी की पहाडिय़ों पर भी बर्फबारी हुई है। जनजातीय जिलों किन्नौर और लाहुल स्पीति में पारा शून्य से नीचे पहुंच गया है। प्रदेश में तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
बर्फ से सराबोर हुई मनाली
पर्यटन नगरी मनाली में चार साल बाद नवम्बर महीने में बर्फबारी हुई है। इस साल समय से पहले ही सर्दियों का आगाज हो गया है। इससे पहले 2014 में नवम्बर महीने में बर्फबारी हुई थी। बुधवार रात माल रोड में बर्फ़ के फाहे देख सैलानी होटलों से बाहर निकल आए। रोहतांग दर्रे में भी अढाई फुट से अधिक हिमपात हुआ है।
रोहतांग सहित लाहुल और मनाली की चोटिया बर्फ से लकदक हो गई है। लाहुल के जिला मुख्यालय केलांग में 3 इंच ताजा हिमपात हुआ है। कोकसर में एक फुट जबकि सिसु से गोंधला तक 6 से 8 इंच बर्फबारी हुई है। दारचा घाटी में भी एक फुट से अधिक हिमपात हुआ है। पटन घाटी में भी 3 से 6 इंच बर्फबारी हुई है।
रोहतांग के इस ओर राहनीनाला में सवा 2 फुट, मढी में पौने 2 फुट, ब्यासनाला में डेढ़ फुट, राहलाफाल में डेढ़ फुट, गुलाबा व फातरु में सवा फुट, कोठी व सोलंगनाला में पौना फुट, पलचान, कुलंग, मझाच में आधा फुट जबकि पर्यटन नगरी मनाली में अढाई इंच बर्फबारी हुई है।
ताजा बर्फबारी के बाद पलचान और सोलंगनाला सैलानियो का स्नो प्वाइंट बना हुआ है। मौसम साफ होते ही सैलानी पर्यटन स्थलों में उमड़ पड़े है और बर्फ के खेलों का आनंद ले रहे है। रोहतांग दर्रा अब सर्दियों के लिए बंद हो गया है। बीआरओ इसे अब अगले साल ही बहाल करेगा। रोहतांग दर्रा बंद होने से लाहुल और कुल्लू में 300 से अधिक लोग फंस गए है।
लाहुल स्पिति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने कहा को भारी बर्फबारी से रोहतांग दर्रा बंद हो गया है। उन्होंने लाहुल स्पिति प्रशासन से आग्रह किया कि विपदा को देखते हुए लाहुल और कुल्लू में फंसे लोगों को रोहतांग सुरंग से आने जाने की सुविधा जाए।
डीसी लाहुल अश्वनी कुमार चौधरी ने बताया कि लाहुल में फंसे लोगों को सुरंग से निकालने के लिए बीआरओ से आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश को भी स्थिति से अवगत करवा दिया गया है।
कहां कितनी बर्फबारी
नारकंडा, 2 इंच
केलंग, 4 सेंटीमीटर
रोहतांग, 3 सेंटीमीटर
लाहुल स्पीति, 4 सेंटीमीटर
पर्यटकों की आवाजाही बढ़ी
प्रदेश में बर्फबारी के बाद पर्यटन स्थल पर्यटकों से गुलजार हो गए हैं। शिमला के कुफरी व नारकंडा में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ गई है।
किसान व बागवान चहके
इस सीजन की पहली बर्फबारी से बागवान व किसान खुश हो गए हैं। सेब बागवान इस बर्फबारी को सेब पौधों के लिए संजीवनी मान रहे हैं। निचले क्षेत्रों में गेहूं, जौ, सरसों, मूली, शलजम आदि के लिए बर्फबारी बेहतर बताई जा रही है।